नई दिल्ली। कोलकाता में ट्रेनी महिला डॉक्टर से रेप के बाद हत्या के मामले में आज सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने सुनवाई के दौरान ऐलान किया कि डॉक्टरों की सुरक्षा को लेकर वो नेशनल टास्क फोर्स बनाने जा रहे हैं। वहीं सुनवाई के समय सुप्रीम कोर्ट ने सीएम ममता बनर्जी को भी फटकार लगा दी।
CJI ने इस मामले में पूछा कि रेप की घटना को मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल ने आत्महत्या क्यों बताया? ममता सरकार की आलोचना करने वालों पर कोलकाता पुलिस कार्रवाई क्यों करने में लगी हुई है? प्रदर्शनकारी पर ममता सरकार लाठीचार्ज क्यों करवा रही? FIR करने में इतनी देरी क्यों हुई? परिजनों को 3 घंटे के बाद शव क्यों सौंपा गया? ममता बनर्जी के वकील कपिल सिब्बल इस सवालों का जवाब नहीं दे पा रहे थे।
वहीं सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई के बाद डॉक्टरों ने अपनी हड़ताल वापस ले ली है। डॉक्टरों ने कहा है कि हम 45 दिन के लिए हड़ताल को होल्ड कर रहे हैं। अभी वापस ले रहे हैं और देखते हैं कि आगे क्या कार्रवाई होती है। सरकार की आगे की कार्रवाई के आधार पर आने वाले समय में फैसला लिया जायेगा। बता दें कि 9 अगस्त को कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में ट्रेनी डॉक्टर का शव मिलने के बाद देशभर के डॉक्टर सड़क पर उतर आये। उन्होंने रेप-मर्डर मामले में हड़ताल कर दी। इस वजह से अस्पतालों का कामकाज ठप हो गया। हालांकि इमरजेंसी सुविधा उपलब्ध रही।