यूजीसी ने सभी शैक्षणिक संस्थान को सर्जिकल स्ट्राइक दिवस मनाने का फरमान सुनाया था जिस पर पश्चिम बंगाल सरकार में शिक्षा मंत्री पार्थ चटर्जी ने आपत्ति जताई है. उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी सेना की कार्रवाई को भी राजनीतिक रंग देना चाहती है इसलिए बंगाल में ये दिवस नहीं मनाया जाएगा.
कोलकाताः पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी ने शुक्रवार को कहा कि विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) द्वारा विश्वविद्यालयों में 29 सितंबर को सर्जिकल स्ट्राइक डे मनाने का निर्देश भाजपा के एजेंडे का हिस्सा है इसलिए राज्य में शैक्षणिक संस्थान ये दिवस नहीं मनाया जाएगा. शिक्षा मंत्री चटर्जी ने इस मसले पर कहा कि केंद्र सरकार थल सेना की छवि खराब करना और उसे राजनीतिक रंग देना चाहती है. इसलिए पश्चिम बंगाल के शिक्षण संस्थानों में ये दिवस नहीं मनाया जाएगा. चटर्जी ने इस मामले पर केंद्र की मोदी सरकार पर जोरदार हमला बोला है.
मंत्री ने कहा कि यह भाजपा का एजेंडा है पार्टी चुनाव से पहले यूजीसी के जरिए इस एजेंडे को बढ़ाना चाहती है. यह शर्म की बात है कि एनडीए अपने राजनीतिक एजेंडे को हासिल करने के लिए यूजीसी का इस्तेमाल कर रही है. उन्होंने कहा कि हमारे सैनिकों द्वारा दिए गए बलिदान के नाम पर हमें दिवस मनाने को कहा जाता तो बात समझ में आती थी, हमारे मन में सैनिकों और उनके बलिदान के प्रति पूरा सम्मान है. उन्होंने आगे कहा कि सेना को हमेशा ही राजनीति और विवादों से परे रखा गया है, लेकिन भाजपा सेना को राजनीतिक रंग देने की कोशिश कर रही है.
गौरतलब है कि सेना ने 29 सितंबर, 2016 को नियंत्रण रेखा पार कर आतंकवादियों के सात ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक किया था. यह कार्रवाई उसी साल सितंबर में सेना के उरी स्थित शिविर में हुए हमले के जवाब में की गई थी. इस साल यूजीसी ने सभी कॉलेजों और स्कूलों में इस दिवस को मनाने का आदेश जारी किया था.
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