Advertisement
  • होम
  • राज्य
  • जनता के समर्थन में उतरी ममता, कहा- लोगों से मत छीनों नौकरी

जनता के समर्थन में उतरी ममता, कहा- लोगों से मत छीनों नौकरी

कोलकाता: पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में चल रहे हेरफेर में शामिल शिक्षकों के काम को उच्च न्यायालय द्वारा रद्द किए जाने के बाद पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने अदालत से मानवीय चेहरा दिखाने की अपील की है। ऋषि अरविंद घोष की 150वीं जयंती के […]

Advertisement
जनता के समर्थन में उतरी ममता, कहा- लोगों से मत छीनों नौकरी
  • March 14, 2023 5:32 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

कोलकाता: पश्चिम बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाला मामले में चल रहे हेरफेर में शामिल शिक्षकों के काम को उच्च न्यायालय द्वारा रद्द किए जाने के बाद पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी ने अदालत से मानवीय चेहरा दिखाने की अपील की है। ऋषि अरविंद घोष की 150वीं जयंती के मौके पर अलीपुर बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में ममता बनर्जी ने मंगलवार को कहा कि “अगर किसी ने अन्याय किया है तो उसे सजा दो, लेकिन रोज हजारों नौकरियाँ छीनी जा रही हैं। नौकरी छूटने के बाद दो लोगों ने आत्महत्या की यह देखकर उन्हें दुख होता है। वह शायद उन्हें या उनकी पार्टी को पसंद नहीं करते। मुझे गाली दो या मार दो, लेकिन लोगों का काम मत लो। उन्हें एक और मौका दें।”

 

अलीपुर बार एसोसिएशन ने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को आजीवन सदस्यता प्रदान की है। ममता बनर्जी ने कहा कि लोग न्याय की उम्मीद लेकर कोर्ट आते हैं। सरकार की एक कानूनी सहायता सेवा भी है, जिसके माध्यम से लोगों की मदद की जाती है। कानूनी सहायता सेवा को और मजबूत करने की जरूरत है। उसने कहा कि कभी-कभी वह सोचती है कि स्वतंत्र रूप से बोलने में सक्षम होने के लिए उसे स्वयं मामलों का प्रतिनिधित्व करना होगा।

 

अन्याय के खिलाफ कार्रवाई करें, लेकिन…

ममता बनर्जी ने कहा कि अगर कोई गलती हुई है तो वह जिम्मेदारी क्यों लें। न्याय करना है तो एक्शन लो लेकिन दोष जिसने नहीं किया है। उनके बारे में सोचो। जलपाईगुड़ी में काम पर जाने के बाद एक ने आत्महत्या कर ली। सिर्फ बात करने के लिए अपनी नौकरी न खोएं। मेरी पार्टी, मेरा अपमान करो, मुझे मारो, लेकिन मेरे खाने का अधिकार मत छीनो। उसने कहा कि अगर वह अन्याय करता है तो उसके गाल पर थप्पड़ मार दो। मैं कुछ नहीं कहूँगी। सत्ता में आने के बाद माकपा कैडर की एक भी नौकरी नहीं गई तो नौकरी क्यों स्वीकार कर रहे हैं? न्याय का मानवीय चेहरा होना चाहिए। इस पर विचार किया जाना चाहिए। निचले स्तर के लोगों को दोबारा मौका मिलना चाहिए।

 

 

यह भी पढ़ें :

 

Delhi Excise Case: बीजेपी बोली- ‘अरविंद केजरीवाल का अहंकार टूटेगा, AAP के पास सवालों का नहीं है जवाब’

मनीष सिसोदिया का दावा! बीजेपी ने मेरे खिलाफ सभी सीबीआई, ईडी मामलों को बंद करने की रखी पेशकश

 

 

 

Advertisement