लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारी गुरूवार से 72 घंटे की हड़ताल पर हैं। इस हड़ताल की वजह से आम जनता को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शासन और प्रशासन लगातार इस पर नजर बनाए हुए हैं। इसी कड़ी में बड़ी कार्रवाई करते हुए गोरखपुर मंडल के 205 संविदा कर्मियों को निलंबित […]
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में बिजली कर्मचारी गुरूवार से 72 घंटे की हड़ताल पर हैं। इस हड़ताल की वजह से आम जनता को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शासन और प्रशासन लगातार इस पर नजर बनाए हुए हैं। इसी कड़ी में बड़ी कार्रवाई करते हुए गोरखपुर मंडल के 205 संविदा कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है।
बता दें कि बिजली निगम के अभियंताओं और तकनीकी कर्मचारियों की हड़ताल के बीच शासन ने बड़ा एक्शन लेते हुए गोरखपुर मंडल के 205 कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। निष्कासित हुए कर्मियो में देवरिया के 24, गोरखपुर के 14 और कुशीनगर के 167 संविदा कर्मचारी शामिल है। इसके साथ ही एजेंसियों को नोटिस जारी किया गया है और अंदेशा जताया जा रहा है कि आगे और भी कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त की जा सकती है।
गौरतलब है कि नाम नहीं छापने की शर्त पर संविदाकर्मियों ने बताया कि जिनकी सेवाएं समाप्त की गई हैं, दरअसल वे साजिश का शिकार हुए हैं। इनका कहना है कि हड़ताल के दौरान संविदा कर्मियों ने बढ़चढ़ कर आपूर्ति को प्रभावी बनाए रखना का काम किया था। लेकिन इसके बावजूद कुछ लोगों ने उनको साजिश के तहत फंसाया है।
शनिवार से उत्तर प्रदेश में हड़ताल पर गए बिजली कर्मचारियों के खिलाफ सरकार ने कार्रवाई शुरू कर दी हैं। यूपी सरकार की शनिवार को बैठक हुई जिसमें ऊर्जा मंत्री एके शर्मा शामिल हुए। उसके बाद ऊर्जा मंत्री ने कर्मचारियों को सख्त हिदायत दी कि हड़ताल पर गए कर्मचारी जल्द काम पर लौट आए नहीं तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। वहीं 22 कर्मचारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। इन कर्मचारियों के खिलाफ एम्सा के तहत कार्रवाई होगी। कर्मचारियों के हड़ताल के चलते प्रदेश में लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।