शिवसेना यूबीटी नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि राज्यपाल से सरकार बनाने के लिए कोई अनुरोध नहीं किया गया है। विधानसभा का कार्यकाल 25 नवंबर को समाप्त हो गया। उन्हें इतना बड़ा बहुमत मिला है, आठ दिन बीत गए हैं और कोई संवाद नहीं है। हर कोई दिखा रहा है कि 'सब ठीक है', लेकिन सब ठीक नहीं है।
मुंबईः महाराष्ट्र की सियासत में इस वक्त सबसे बड़ा सवाल यही है कि मुख्यमंत्री की कुर्सी पर कौन बैठेगा। महायुति गठबंधन ने इस सवाल पर सस्पेंस बनाया हुआ है। अब विपक्ष भी सीएम के सस्पेंस पर हमला बोल रहा है। शिवसेना यूबीटी नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि चंद्रशेखर बावनकुले बताते हैं कि 5 तारीख को शपथ ग्रहण है, पीएम मोदी आ रहे हैं। सभी बाराती तैयार हो रहे हैं, लेकिन अभी तक किसी को नहीं पता कि दूल्हा (सीएम) कौन है।
शिवसेना यूबीटी नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि राज्यपाल से सरकार बनाने के लिए कोई अनुरोध नहीं किया गया है। विधानसभा का कार्यकाल 25 नवंबर को समाप्त हो गया। उन्हें इतना बड़ा बहुमत मिला है, आठ दिन बीत गए हैं और कोई संवाद नहीं है। हर कोई दिखा रहा है कि ‘सब ठीक है’, लेकिन सब ठीक नहीं है।
प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि महाराष्ट्र की जनता से किए गए वादों को पूरा करने की शुरुआत होनी चाहिए थी। झारखंड के चुनाव नतीजे भी महाराष्ट्र के ही दिन आए। झारखंड में सरकार बन गई है और वहां शपथ ग्रहण भी हो गया है। वहां काम भी शुरू हो गया है। यहां भी राज्यपाल ने किसी तरह की घोषणा नहीं की है। सभी बाराती तैयार हो रहे हैं, लेकिन दूल्हा कौन है, यह किसी को नहीं पता। बार-बार जो हो रहा है, वह महाराष्ट्र की जनता के जनादेश का अपमान है।
मुख्यमंत्री की घोषणा में हो रही देरी ने महायुति गठबंधन की एकता पर सवाल खड़े कर रही हैं। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष चंद्रशेखर बावनकुले ने घोषणा की है कि शपथ ग्रहण समारोह 5 दिसंबर को मुंबई के आजाद मैदान में होगा। इसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शामिल होंगे। हालांकि सीएम को लेकर महायुति में अंदरूनी कलह की खबरें भी आ रही हैं, लेकिन भाजपा मामले पर नियंत्रण बनाए हुए है।
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