सुप्रिया सुले ने कहा, ''ईवीएम गड़बड़ी का पूरा मामला बेहद परेशान करने वाला है. इस बात पर चर्चा की जरूरत है कि क्या इसमें कोई तकनीकी दिक्कत है या मतदाता सूची में कोई गड़बड़ी है. जब तक हमें तकनीकी सबूत नहीं मिल जाते, तब तक ईवीएम को दोष देना ठीक नहीं है क्योंकि मैं खुद इसी ईवीएम से 4 बार चुनाव जीत चुका हूं.
मुंबई: महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से ही कांग्रेस और उद्धव ठाकरे गुट के शिवसेना नेता लगातार ईवीएम को लेकर सवाल उठा रहे हैं. इस बीच महाविकास अघाड़ी गठबंधन की सहयोगी शरद पवार की पार्टी एनसीपी ने इसे लेकर नरम रुख अपनाया है. शरद पवार की बेटी और बारामती से सांसद सुप्रिया सुले ने साफ कहा है कि बिना ठोस सबूत के ईवीएम को दोष देना गलत है.
सुप्रिया सुले ने कहा, ”ईवीएम गड़बड़ी का पूरा मामला बेहद परेशान करने वाला है. इस बात पर चर्चा की जरूरत है कि क्या इसमें कोई तकनीकी दिक्कत है या मतदाता सूची में कोई गड़बड़ी है. जब तक हमें तकनीकी सबूत नहीं मिल जाते, तब तक ईवीएम को दोष देना ठीक नहीं है क्योंकि मैं खुद इसी ईवीएम से 4 बार चुनाव जीत चुका हूं.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, एनसीपी (एसपी) सांसद सुप्रिया सुले ने भी कहा, ‘यह मेरा निजी विचार है कि युगेंद्र पवार (बारामती विधानसभा से हारने वाले उम्मीदवार) को दोबारा वोटों की गिनती के लिए नहीं कहा जाना चाहिए।’ इसलिए, मैंने उनसे पुनर्मतगणना का आवेदन वापस लेने के लिए कहा और उन्होंने ऐसा कर दिया।’ जब मैं चार बार ईवीएम से वोट देकर निर्वाचित हुआ तो मैं कैसे कह सकता हूं कि इसमें कुछ गड़बड़ है?
वहीं उन्होंने आगे कहा, ‘हालांकि कई लोग कह रहे हैं कि वोटर लिस्ट पर बहुत सारे सवाल हैं, तो मेरा मानना है कि अगर चीजें पारदर्शिता से होती हैं, चाहे वह ईवीएम हो या बैलेट पेपर, तो इसमें दिक्कत क्या है? अगर लोग बैलेट पेपर से चुनाव कराना चाहते हैं तो उन्हें ऐसा करने दें, इसमें दिक्कत क्या है? वहीं हाल ही में हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी को करारी हार का सामना करना पड़ा था. महायुति गठबंधन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए देवेन्द्र फड़णवीस के नेतृत्व में सरकार बना ली है.
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