Pune murder: महाराष्ट्र के पुणे जिले के अहिल्यानगर से एक ऐसा मामला सामने आया है. जिसने सभी को हैरान कर दिया. एक युवती, मयूरी सुनील दांगड़े, ने अपने मंगेतर सागर जयसिंग कदम की हत्या के लिए 1.5 लाख रुपये की सुपारी दे दी. खास बात यह है कि दोनों की सगाई हो चुकी थी और प्री-वेडिंग फोटोशूट भी संपन्न हुआ था. फिर भी मयूरी इस शादी से बचना चाहती थी. जिसके चलते उसने यह खौफनाक कदम उठाया. पुलिस ने इस साजिश में शामिल पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन मुख्य आरोपी मयूरी अभी फरार है.
मयूरी और सागर की शादी तय हो चुकी थी. सागर जो माही जलगांव का रहने वाला और एक होटल में रसोइया था. अपनी मंगेतर के साथ नए जीवन की शुरुआत की तैयारी में था. लेकिन मयूरी को यह रिश्ता मंजूर नहीं था. सगाई और प्री-वेडिंग शूट के बाद उसने साफ कर दिया कि वह सागर से शादी नहीं करना चाहती. सामाजिक बदनामी से बचने के लिए उसने अपने प्रेमी संदीप गावड़े के साथ मिलकर सागर को रास्ते से हटाने की योजना बनाई. इस साजिश के तहत उसने 1.5 लाख रुपये में सुपारी दी और हमले की रूपरेखा तैयार की.
27 फरवरी को दौंड तालुका के खामगांव फाटा के पास सागर पर हमला हुआ. होटल से काम खत्म कर लौटते वक्त हमलावरों ने उसे घेर लिया और डंडों से बेरहमी से पीटा. उसके पैर में फ्रैक्चर हो गया. सिर और पीठ पर गहरी चोटें आईं. हमलावर उसे मरा समझकर भाग गए. लेकिन सागर की किस्मत ने उसका साथ दिया. गंभीर हालत में भी उसने हिम्मत नहीं हारी और पुलिस तक सूचना पहुंचाई. उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया. जहां उसकी जान बच गई.
सागर के परिजनों ने मयूरी और उसके सहयोगी संदीप गावड़े पर हत्या की सुपारी देने का आरोप लगाया. यवत पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की और जांच के दौरान पांच संदिग्धों आदित्य शंकर दांगड़े, संदीप दादा गावड़े, शिवाजी रामदास जारे, सूरज दिगंबर जाधव और इंद्रभानु सखाराम कोल्पे को गिरफ्तार कर लिया. पूछताछ में आरोपियों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया. पुलिस ने हमले में इस्तेमाल की गई सफेद वरना कार भी जब्त कर ली. मामले में आईपीसी की धारा 109, 61(2), और 126(2) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
इस सनसनीखेज साजिश की मास्टरमाइंड मयूरी सुनील दांगड़े अभी भी फरार है. पुलिस ने उसकी तलाश के लिए विशेष टीमें गठित की हैं और उसकी लोकेशन ट्रेस करने की कोशिश जारी है. पुलिस अधिकारी एएसआई महेश माने ने बताया ‘हम जल्द ही मुख्य आरोपी को गिरफ्तार कर लेंगे. यह एक सुनियोजित साजिश थी जिसका पर्दाफाश पीड़ित की सूझबूझ से हुआ.’
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