मुंबई: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण के लिए चल रहे आंदोलन ने सोमवार को हिंसक रूप केे रूप में बदल गया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आगजनी और तोड़फोड़ की. वहीं बीड जिले में हिंसा और आगजनी के चलते स्थानीय प्रशासन को कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगाना पड़ा. साथ ही इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई […]
मुंबई: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण के लिए चल रहे आंदोलन ने सोमवार को हिंसक रूप केे रूप में बदल गया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने आगजनी और तोड़फोड़ की. वहीं बीड जिले में हिंसा और आगजनी के चलते स्थानीय प्रशासन को कुछ इलाकों में कर्फ्यू लगाना पड़ा. साथ ही इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं. इस हिंसा में 3 विधायकों के घरों और कार्यालयों को टारगेट किया गया, जिनमें राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के दो और भारतीय जनता पार्टी के एक विधायक का घर शामिल है।
यह हिंसा मुख्य रूप से बीड और छत्रपति संभाजीनगर जिलों में हुई. वहीं जालना जिले में आरक्षण की मांग के समर्थन में लगातार उपवास पर मराठा कोटा एक्टिविस्ट मनोज जारंगे हैं. अपने छठे दिन के उपवास के दौरान मनोज जारंगे मंच पर गिर पड़े. इसके बाद वहां मौजूद लोगों ने मनोज जारंगे को संभाला. वहीं एक ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद बीड के माजलगांव शहर में एनसीपी विधायक सोलंकी के घर को कोटा आंदोलनकारियों ने आग लगा दी और पथराव किया, जिसमें सोलंकी ने कथित तौर पर मनोज जारंगे के बारे में अपमानजनक बात कही थी।
वहीं बीड जिले के एसपी नंदकुमार ठाकुर ने अपील की कि किसी के भड़कावे में युवा न आएं, नहीं तो उनके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा. उन्होंने कहा कि हमने शुरुआत में भीड़ को कंट्रोल करने के लिए संयम बरता लेकिन भीड़ की कुछ अलग ही मेंटेलिटी थी. भीड़ कुछ ही समय में आगजनी और तोड़फोड़ पर उतर आई. भीड़ को कंट्रोल करने के लिए हमे रबर बुलेट फायर करना पड़ा. फिलहाल बीड जिले में धारा 144 लगाने के बाद 48 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा बंद किया गया है।
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