मुबंईः महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक गहमा- गहमी के बीच आखिरकार मंत्रिपरिषद का विस्तार कर दिया गया. कई दिनों से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार इस मुद्दे को लेकर बैठक कर रहे थे. अजित पवार को वित्त और योजना विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है. छगन भुजबल को खाद्य और नागरिक आपूर्ती […]
मुबंईः महाराष्ट्र में जारी राजनीतिक गहमा- गहमी के बीच आखिरकार मंत्रिपरिषद का विस्तार कर दिया गया. कई दिनों से मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और अजित पवार इस मुद्दे को लेकर बैठक कर रहे थे. अजित पवार को वित्त और योजना विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है. छगन भुजबल को खाद्य और नागरिक आपूर्ती सौंपा गया और दिलीप वाल्से पाटिल को सहकारिता मंत्रालय।. अदिती तटकरे को महिला और बाल विकास और धनंजय को कृषि का जिम्मा दिया गया है.
अजित पवार को वित्त और योजना विभाग की जिम्मेदारी सौंपी गई है. छगन भुजबल को खाद्य और नागरिक आपूर्ती सौंपा गया और दिलीप वाल्से पाटिल को सहकारिता मंत्रालय. अदिती तटकरे को महिला और बाल विकास और धनंजय को कृषि मंत्रालय का जिम्मा दिया गया है. हसन मुशरीफ को स्वास्थ्य और शिक्षा तथा अनिल पाटिल को राहत और पुनर्वास, आपदा प्रबंधन विभाग दिया गया. धर्मराव बाबा आत्राम को खाद्य एवं औषधि मंत्रालय और संजय बनसोडे को खेल और युवा कल्याण मंत्रालय का प्रभार सौंपा गया.
राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता अजित पवार और उनकी पार्टी के आठ अन्य विधायकों ने महाराष्ट्र सरकार में मंत्री पद की शपथ लिया था. अजीत पवार के राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) छोड़ने से पार्टी में विभाजन पैदा हो गया है.
2 जुलाई के बाद एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार ने शिंदे सरकार में जिन विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है उनको निलंबित करने की मांग की है. एनसीपी के ग्रुप लीडर और विधायक (शरद पवार गुट ) जयंत पाटिल ने विधानसभा स्पीकर को पत्र लिखा था कि इन विधायकों को अस्थायी तौर पर निलंबित कर दिया जाए.
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