मुंबई। महाराष्ट्र के नवी मुंबई में रविवार को एक सम्मान समारोह में 11 लोगों की लू लगने से मौत हो गई। जबकि 25 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस मामले को लेकर विपक्षी पार्टियां शिंदे सरकार पर हमलावर है। विपक्ष का कहना है कि सरकारी कार्यक्रम में खुले आसमान के नीचे लाखों […]
मुंबई। महाराष्ट्र के नवी मुंबई में रविवार को एक सम्मान समारोह में 11 लोगों की लू लगने से मौत हो गई। जबकि 25 लोगों का अस्पताल में इलाज चल रहा है। इस मामले को लेकर विपक्षी पार्टियां शिंदे सरकार पर हमलावर है। विपक्ष का कहना है कि सरकारी कार्यक्रम में खुले आसमान के नीचे लाखों लोगों को बिठाना शिंदे-बीजेपी सरकार की लापरवाही है और उनके ऊपर गैर-इरादतन हत्या का मुकदमा दर्ज होना चाहिए। इस बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे पीड़ितों से मिलने अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा कि बीमार हुए लोगों के इलाज का पूरा खर्च राज्य सरकार उठाएगी। इसके साथ ही मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा।
पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना (UBT) के प्रमुख उद्धव ठाकरे और NCP नेता अजित पवार ने अस्पताल जाकर इलाज करा रहे लोगों से मुलाकात की। इस दौरान मीडिया से बात करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि हमने 4-5 लोगों से बात की। दो लोगों की हालत अभी गंभीर है। कार्यक्रम को ठीक तरीके से आयोजित नहीं किया गया था। वहीं, अजित पवार ने कहा कि यह बहुत गंभीर हादसा है, इसकी जांच होनी चाहिए।
बता दें कि रविवार को नवी मुंबई के खारघर के एक बड़े मैदान में यह कार्यक्रम हुआ था। कार्यक्रम सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक चला था। इस दौरान चिलचिलाती धूप थी, दिन का अधिकतम तापमान 38 डिग्री था। महाराष्ट्र भूषण कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने समाजसेवी दत्तात्रेय नारायण को अवार्ड दिया। इस कार्यक्रम में लाखों लोग शामिल हुए थे। कार्यक्रम को देखने और सुनने के लिए ऑडियो और वीडियो फैसिलिटी का पूरा प्रबंधन किया गया था। हालांकि भयंकर गर्मी में लोगों के बैठने के लिए खास इंतजाम नहीं था। खुले आसमान के नीचे लोगों के बैठने की व्यवस्था की गई थी। कार्यक्रम में धूप और गर्मी की वजह से कई लोगों की तबियत खराब हो गई।
जानकारी के मुताबिक महाराष्ट्र भूषण कार्यक्रम को सुबह 10.30 बजे खत्म होना था, लेकिन ये दोपहर एक बजे तक चला। इसके बाद लाखों की संख्या आए लोगों को निकालने में काफी समय लगा। इस दौरान डिहाइड्रेशन की वजह से कई लोगों को चक्कर आने लगा और उनकी तबियत बिगड़ने लगी। जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां 11 लोगों की मौत हो गई। अभी 25 लोगों का अस्पताल में इलाज जारी है, जिनमें से कुछ की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है।
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