प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से शुरू हो रहे महाकुंभ के लिए स्वास्थ्य विभाग ने व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, महाकुंभ में स्थापित टेली-आईसीयू के जरिए मरीजों की निगरानी और इलाज में संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान (SGPGI) के विशेषज्ञ मदद करेंगे।
लखनऊ: प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से शुरू हो रहे महाकुंभ के लिए स्वास्थ्य विभाग ने व्यापक तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बार श्रद्धालुओं की चिकित्सा जरूरतों को ध्यान में रखते हुए पहली बार टेली-आईसीयू की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। यह टेली-आईसीयू 10 बेड का होगा, जिसे महाकुंभ के अस्पताल में स्थापित किया जाएगा। इस सुविधा के जरिए गंभीर मरीजों को लखनऊ स्थित संजय गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) के विशेषज्ञ डॉक्टरों का परामर्श उपलब्ध होगा।
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, महाकुंभ में स्थापित टेली-आईसीयू के जरिए मरीजों की निगरानी और इलाज में संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान (SGPGI) के विशेषज्ञ मदद करेंगे। यह सुविधा महाकुंभ में बनाए जा रहे आईसीयू का हिस्सा होगी, जिससे स्थानीय डॉक्टर और पैरामेडिकल स्टाफ तुरंत विशेषज्ञ परामर्श प्राप्त कर मरीजों का इलाज कर सकेंगे। साथ ही बता दें महाकुंभ में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की चिकित्सा जरूरतों को देखते हुए छह हजार बेड की व्यवस्था की जा रही है। इसके अलावा बड़ी संख्या में डॉक्टरों और पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती की जाएगी। टेली-आईसीयू के अलावा, महाकुंभ में अस्थायी अस्पताल और प्राथमिक चिकित्सा केंद्र भी बनाए जाएंगे।
एसजीपीजीआई द्वारा प्रदेश के पांच मेडिकल कॉलेजों – गोरखपुर, आगरा, कानपुर, मेरठ और झांसी में पहले से ही टेली-आईसीयू की सुविधा चलाई जा रही है। इस पहल को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुरू किया था। महाकुंभ में इसी मॉडल को अपनाते हुए टेली-आईसीयू को शामिल किया गया है। डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि टेली-आईसीयू के माध्यम से मरीजों को त्वरित और विशेषज्ञ इलाज मिलेगा। यदि किसी मरीज को गंभीर स्थिति में विशेष इलाज की जरूरत होगी, तो एसजीपीजीआई के डॉक्टर महाकुंभ के अस्पताल में मौजूद चिकित्सकों को मार्गदर्शन देंगे।
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