नई दिल्ली.आज का दिन बहुत ख़ास है, दरअसल, आज यानी 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ ही देर में उज्जैन में 856 करोड़ रुपये के महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर के पहले चरण का उद्घाटन करने वाले हैं, राज्य सरकार ने इस कॉरिडोर का नाम ‘महाकाल लोक’ रखा है. मंदिर परिसर विस्तार परियोजना की शुरुआत साल […]
नई दिल्ली.आज का दिन बहुत ख़ास है, दरअसल, आज यानी 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कुछ ही देर में उज्जैन में 856 करोड़ रुपये के महाकालेश्वर मंदिर कॉरिडोर के पहले चरण का उद्घाटन करने वाले हैं, राज्य सरकार ने इस कॉरिडोर का नाम ‘महाकाल लोक’ रखा है. मंदिर परिसर विस्तार परियोजना की शुरुआत साल 2017 में की गई थी, ऐसे में, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सभी से इस ऐतिहासिक क्षण को देखने का अनुरोध किया है.
उज्जैन में बना 900 मीटर से ज्यादा लंबा कॉरिडोर ‘महाकाल लोक’ भारत में अब तक बनाए गए ऐसे सबसे बड़े गलियारों में से एक है. बता दें, महाकालेश्वर मंदिर भगवान शिव के 12 ज्योतिर्लिंग में से एक है, जहां दूर-दूर से लोग साल बार पूजा करने आते हैं. मंदिर परिसर में दो राजसी प्रवेश द्वार बनाए गए हैं, एक नंदी द्वार और एक पिनाकी द्वार.
महाकाल कॉरिडोर में आने वाले लोगों को तमाम अत्याधुनिक सुविधाएं भी दी जाएंगी, रिपोर्ट्स के मुताबिक, नियमित अंतराल पर त्रिशूल-शैली की डिजाइन पर सजावटी चीज़ों के साथ 108 स्तंभ, सीसीटीवी कैमरे और सार्वजनिक संबोधन प्रणाली को भी शामिल किया गया है, महाकाल मंदिर परिसर में बने इस कॉरिडोर का नाम श्री महाकाल लोक रखा गया है और महाकाल कॉरिडोर में लोगों के चलने के लिए 200 मीटर लंबा वॉकवे भी बनाया गया है.
पहले चरण में महाकाल प्लाजा, महाकाल कॉरिडोर और महाकाल थीम पार्क का निर्माण किया गया है.
महाकाल मंदिर में शिव पुराण की कहानियों पर आधारित 25 फीट ऊंची और 500 मीटर लंबी एक दीवार है.
इसके साथ ही विभिन्न मुद्राओं वाले 108 शिव स्तंभ हैं जो भगवान शिव के आनंद तांडव स्वरूप (नृत्य रूप) को दर्शाते हैं.
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