मुंबई। एनसीपी नेता अजित पवार ने रविवार को महाविकास अघाड़ी गठबंधन का साथ छोड़कर एनडीए का दामन थाम लिया है. अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली और साथ ही 8 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली. इस पूरे सियासी उठापटक के बीच केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने बड़ा बयान दिया है. […]
मुंबई। एनसीपी नेता अजित पवार ने रविवार को महाविकास अघाड़ी गठबंधन का साथ छोड़कर एनडीए का दामन थाम लिया है. अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली और साथ ही 8 नेताओं ने मंत्री पद की शपथ ली. इस पूरे सियासी उठापटक के बीच केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने बड़ा बयान दिया है.
केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कहा है कि, ‘एनसीपी नेता अजीत पवार काफी समय से नाराज चल रहे थे. वो भारतीय जनता पार्टी से गठबंधन करना चाहते थे, लेकिन एनसीपी प्रमुख शरद पवार ऐसा नहीं चाहते थे. आज बहुत बड़ा परिवर्तन हुआ है और इससे महाविकास अघाड़ी को भी धक्का लगा है.’
महाराष्ट्र के नवनिर्मित उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने शिंदे गुट का हाथ थाम लिया है. प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने कहा कि, ‘राज्य में विकास का महत्व देना बहुत ही जरूरी है. पिछले 9 सालों से देश के पीएम मोदी जिस तरीके से विकास का काम कर रहे हैं. मुझे लगा कि मुझे भी इस यात्रा में भागीदार बनना चाहिए. एनडीए में मैं इसलिए शामिल होना चाहता था.’
बता दें कि शिंदे गुट में शामिल होने के बाद अजित पवार ने डिप्टी सीएम पद की शपथ ली. वहीं उनके साथ 8 नेताओं ने भी मंत्री पद की शपथ ली. हालांकि अभी भी शरद पवार की मुश्किल कम नहीं हुई है. दरअसल मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो कुल 40 विधायक उनके संपर्क में हैं, जो कि शिंदे गुट वाली शिवसेना में शामिल हो सकते हैं.