लखनऊ। 15 अप्रैल की रात उत्तर प्रदेश का कुख्यात माफिया अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ अहमद मारा गया। उसके मारे जाने के बाद कई सारे खुलासे हो रहे हैं। अब माफिया से जुड़ी एक और खबर सामने आई है, दरअसल अतीक लोगों से चुनाव और गुंडा टैक्स वसूल करता था, इस टैक्स की वसूली […]
लखनऊ। 15 अप्रैल की रात उत्तर प्रदेश का कुख्यात माफिया अतीक अहमद और उसका भाई अशरफ अहमद मारा गया। उसके मारे जाने के बाद कई सारे खुलासे हो रहे हैं। अब माफिया से जुड़ी एक और खबर सामने आई है, दरअसल अतीक लोगों से चुनाव और गुंडा टैक्स वसूल करता था, इस टैक्स की वसूली के लिए माफिया पर्ची का इस्तेमाल करता था।
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। दरअसल अतीक लोगों से चुनाव टैक्स और गुंडा टैक्स की वसूली करता था। ये सारे पैसे नकद न लेकर एकाउंट में जमा करवाता था। इसके लिए अतीक दो रंग की पर्ची का इस्तेमाल भी करता था। माफिया बड़े व्यापारी और कारोबार से जुड़े लोगों से चुनाव टैक्स की वसूली करता था। ये पैसे ये चुनाव लड़ने के लिए देता था।
बता दें कि जब माफिया खुद चुनाव लड़ता था, तो वो इस मौके पर गुंडा टैक्स की वसूली करता था। अतीक लोगों से पैसे की वसूली के लिए गुलाबी और सफेद रंग की पर्ची का इस्तेमाल करता था। अतीक जब बड़े कारोबारियों से वसूली करता था, तो वो सफेद और गुलाबी पर्ची का इस्तेमाल करता था और जब वो छोटे कारोबारी से वसूली करता था तो वो सफेद रंग की पर्ची का इस्तेमाल करता था।
गौरतलब है कि पर्ची के लिए रेट भी तय था। गुलाबी पर्ची के लिए 3 से 5 लाख रुपए का रेट तय था, वहीं सफेद पर्ची के लिए 5 लाख से ऊपर का रेट तय था। इन पैसों को नकद नहीं लेकर अतीक एकाउंट में जमा करवाता था। टैक्स के सारे पैसे बैंक ऑफ महाराष्ट्र के अकाउंट नंबर 60164021028 में जमा करवाया जाता था।