बाल सुधार गृह से रिहा हुए माफिया अतीक अहमद के दो बेटे, जानें क्या जा पाएंगे फिर से स्कूल

प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद के दोनों बेटे अहजम और आबान बाल सुधार गृह राजरूपपुर से मुक्त हुए है। बाल कल्याण समिति के आदेश पर 7 महीने बाद सोमवार 9 अक्टूबर को अतीक अहमद के दोनों बेटों को बाल सुधार गृह से मुक्त कर दिया गया। सभी बच्चों की तरह इनको भी इनके पुराने स्कूल में […]

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बाल सुधार गृह से रिहा हुए माफिया अतीक अहमद के दो बेटे, जानें क्या जा पाएंगे फिर से स्कूल

Arpit Shukla

  • October 11, 2023 8:14 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 year ago

प्रयागराज। माफिया अतीक अहमद के दोनों बेटे अहजम और आबान बाल सुधार गृह राजरूपपुर से मुक्त हुए है। बाल कल्याण समिति के आदेश पर 7 महीने बाद सोमवार 9 अक्टूबर को अतीक अहमद के दोनों बेटों को बाल सुधार गृह से मुक्त कर दिया गया। सभी बच्चों की तरह इनको भी इनके पुराने स्कूल में पढ़ने के लिए भेजा जाऐगा। अतीक का एक बेटा जो अब 12वीं कक्षा में पढ़ाई करेगा वहीं दूसरा बेटा जो की नबालिग है जो 10वीं कक्षा में जाएगा। इस बात की संकेतिक जानकारी देते हुए प्रयागराज के सेंट जोसेफ कॉलेज के प्रिंसिपल फादर थामस कुमार नें कहा है कि अतीक के दोनों बेटो ने अभी कॉलेज से कोई संपर्क नहीं किया है और ना ही उनके किसी रिश्तेदार ने इस बारे में कोई जानकारी लेने की कोशिश की।

बाप मफिया, मां हुई फरार

24 फरवरी गनर शूटआउट मामले के बाद अतीक अहमद की पूरी फैमिली इस मामले में मनोनीत कर दी गई। धूमनगंज थाने में एफआईआर दर्ज होने के बाद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन अपनें बच्चों को छोड़ कर फरार हो गई. जिसके बाद अतीक अहमद के दोनों नाबालिग बेटों को पुलिस ने बाल सुधार गृह में भेज दिया था. पुलिस रिपोर्ट के अनुसार अतीक अहमद के चौथे और पांचवें नाबालिग बेटे घर के नजदीक कसारी मसारी में अकेले घूमते नज़र आए गए थे. जिसके बाद दोनो को बाल सुधार गृह भेजा गया था. अभी 9 अक्टूबर को बाल सुधार गृह ने माफिया अहमद की बहन परवीन अहमद कुरैशी को दोनों बच्चों की कस्टडी एंव जिम्मेदारी सौंपी है. जिसमें से 4 नंबर का बेटा अहजम 5 अक्टूबर को बालिग भी हो चुका है और छोटा बेटा आबान अभी भी नाबालिग है।

बुआ ने ली है बच्चों की जिम्मेदारी

दोनों बच्चों की कस्टडी लेने के लिए बुआ परवीन अहमद कुरैशी ने एक शपथ-पत्र भी दिया है. जिसमें वह दोनों बच्चों की सुरक्षा, शिक्षा और संरक्षण का पूरा जिम्मा उठाने के लिए लिखती है.

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