नई दिल्ली: भगवान श्रीकृष्ण के देश में वैसे तो अनगिनत तीर्थस्थल हैं, परंतु इस बार भगवान श्रीकृष्ण के भक्तों के लिए नया तीर्थ बनने जा रहा है। जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश श्रीकृष्ण के भक्तों के लिए नया तीर्थ बनेने वाला है। इस नई योजना को श्रीकृष्ण पाथेय का नाम दिया गया है। नया तीर्थ […]
नई दिल्ली: भगवान श्रीकृष्ण के देश में वैसे तो अनगिनत तीर्थस्थल हैं, परंतु इस बार भगवान श्रीकृष्ण के भक्तों के लिए नया तीर्थ बनने जा रहा है। जानकारी के मुताबिक मध्य प्रदेश श्रीकृष्ण के भक्तों के लिए नया तीर्थ बनेने वाला है। इस नई योजना को श्रीकृष्ण पाथेय का नाम दिया गया है।
जानकारी के अनुसार जहां-जहां भगवान श्रीकृष्ण के पवित्र चरण पड़े हैं, उन स्थानों को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने विकसित करने का फैसला किया है। इसी योजना को लेकर रथ यात्रा इस वर्ष 17 स्थानों से भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति के प्रचार-प्रसार के लिए निकाली जा रही है। सूत्रों के अनुसार इन स्थलों को तीर्थ के रूप में मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की घोषणा के बाद विकसित किया जाने वाला है। इतना ही नहीं श्रीकृष्ण गमन पथ के रूप में चिह्नित प्रदेश के प्रमुख शहरों में इस्कान मंदिर प्रबंधन भी मंदिर निर्माण की योजना बनाने पर विचार कर रहा है। इस्कान मंदिर के पीआरओ राघव पंडित दास प्रभु का कहना है कि भगवान श्रीकृष्ण उज्जैन के ग्राम नारायणा, सांदीपनि आश्रम, बदनावर और धार के अमझेरा भी आए थे।
जानकारी के मुताबिक आषाढ़ शुक्ल द्वितीया से दशमी तक जगन्नाथपुरी देव स्थान ट्रस्ट ने भगवान जगन्नाथ की पावन यात्रा निकलने की व्यवस्था को सुनिश्चित किया है। इसके मुताबिक प्रदेश में द्वितीया से दशमी तिथि तक इस्कान मंदिर प्रबंधन द्वारा भगवान जगन्नाथ की यात्रा निकाली जा रही है। इतना ही नहीं भगवान जगन्नाथ के लिए विशेष रथों की व्यवस्था भी प्रबंधन द्वारा की जा रही है। सात जुलाई को उज्जैन से इन यात्राओं की शुरुआत हुई है। ये यात्रा परम पूज्य भक्त प्रेम स्वामीजी महाराज के मार्गदर्शन के तहत निकाली जा रही है। इसके अलावा जानकारी मिली है कि मंदिर निर्माण की शुरूआत बदनावर में हो चुकी है। इसके बाद जल्द ही मंदिर निर्माण की शुरूआत सागर व बीना में भी होने वाली है।
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