भोपाल: मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले के विसोनीकलां और मलकाखेड़ी गांव में पानी नहीं मिलने के कारण किसानों की मूंग की फसल पूरी तरह से खराब हो गई है. अब किसान खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चलाकर खुद ही फसलों को रोंद रहे हैं. बताया जा रहा है कि विसोनीकलां और मलकाखेड़ी गांव में करीब 1500 […]
भोपाल: मध्य प्रदेश के नर्मदापुरम जिले के विसोनीकलां और मलकाखेड़ी गांव में पानी नहीं मिलने के कारण किसानों की मूंग की फसल पूरी तरह से खराब हो गई है. अब किसान खड़ी फसल पर ट्रैक्टर चलाकर खुद ही फसलों को रोंद रहे हैं. बताया जा रहा है कि विसोनीकलां और मलकाखेड़ी गांव में करीब 1500 से 1800 एकड़ में मूंग की फसल लगाई गई थी.
वहीं पीड़ित किसानों के समर्थन में अब पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह सामने आए हैं. इसके लेकर दिग्विजय सिंह ने सरकार से मुआवजे की मांग की है. दिग्विजय सिंह ने अपने एक्स अकाउंट पर पोस्ट कर लिखा कि नर्मदापुरम जिले के विसोनीकलां और मलकाखेड़ी गांव में नहर विभाग एवं जिला प्रशासन की चूक के कारण बुवाई के बाद 40 दिन तक नहर का पानी नहीं मिलने से 1500-1800 एकड़ की मूंग की फसल खराब हुई है. उन्होंने आगे कहा कि इन फसलों के खराब होने के कारण किसानों को 1000 एकड़ जमीन में खड़ी फसल को रौंदना पड़ रहा है. खड़ी फसल को खत्म करना किसानों के लिए सबसे बड़ी पीड़ा है. हम इस पीड़ा की घड़ी में किसानों के साथ हक मिलने तक खड़े रहेंगे.
पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने सरकार के सामने तीन मांग रखी हैं, जिसमें पहली मांग यह है कि फसल का सर्वे कर एक एकड़ पर 65-70 हजार रुपये मुआवजा दिया जाए. आगामी फसल के लिए खाद-बीज उपलब्ध कराए जाए. उन्होंने कहा कि गैर जिम्मेदारी वाले अधिकारियो पर कार्रवाई की जाए और मैं सरकार से आग्रह करता हूं कि किसानों के साथ न्याय कर हक दें.
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