लखनऊ। पिछले तीन साल से बंद चारबाग रेलवे स्टेशन के रेस्टोरेंट को फिर से खोलने की तैयारी है. इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन ने रेस्टोरेंट खोलने के लिए एक कंपनी का चयन किया है. अब अगले 60 दिनों के अंदर रेस्टोरेंट खोल दिए जाएंगे. वहीं कोच के ऊपर आन व्हील रेस्टोरेंट खोलने के लिए […]
लखनऊ। पिछले तीन साल से बंद चारबाग रेलवे स्टेशन के रेस्टोरेंट को फिर से खोलने की तैयारी है. इंडियन रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कॉरपोरेशन ने रेस्टोरेंट खोलने के लिए एक कंपनी का चयन किया है. अब अगले 60 दिनों के अंदर रेस्टोरेंट खोल दिए जाएंगे. वहीं कोच के ऊपर आन व्हील रेस्टोरेंट खोलने के लिए रेलवे वर्कशॉप से दो बोगियों का चयन किया गया है. इसे रेलवे द्वारा चारबाग स्टेशन के बाहर एक निजी कंपनी की मदद से अगस्त तक खोला जाएगा.
आईआरसीटीसी ने चारबाग रेलवे स्टेशन पर वर्ष 2019 तक रेस्टोरेंट का संचालन किया. जिस कंपनी के पास इसका ठेका था. दोबारा नवीनीकरण नहीं होने के कारण रेस्टोरेंट को बंद कर दिया गया था. फिर एक कंपनी को ठेका मिला और नए सिरे से रेस्टोरेंट बनाने का काम शुरू किया. इस बीच मार्च 2020 में कोरोना के चलते पूरी तरह से लॉकडाउन लगा दिया गया.
रेस्टोरेंट के साजसज्जा और मरम्मत का काम भी रोकना पड़ा. रेस्टोरेंट का ठेका लेने वाली कंपनी ने इसे खोलने से मना कर दिया था. इस बीच कोरोना के केसों में कमी होने के कारण धीरे-धीरे ट्रेनों की संख्या बढ़ने लगी. चारबाग स्टेशन से लंबी दूरी तय करने वाले यात्रियों के लिए खानपान की सुविधा नहीं थी. इसकी शिकायत यात्री रोजाना रेलवे से कर रहे थे.
वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक रेखा शर्मा ने रेस्टोरेंट खोलने के लिए आईआरसीटीसी को कई पत्र लिखे. वहीं आईआरसीटीसी के सामने समस्या यह थी कि उसे 97 लाख रुपये सालाना की लाइसेंस फीस देने वाली अकेली कंपनी नहीं मिल रही थी. वरिष्ठ मंडल वाणिज्य प्रबंधक ने पिछले महीने आईआरसीटीसी को पत्र लिखकर रेस्टोरेंट न खुलने की स्थिति में मंडल प्रशासन से इसे शुरू कराने की मांग की थी. जिसके बाद IRCTC ने रेस्टोरेंट खोलने के टेंडर जारी किए थे. आईआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अजीत कुमार सिन्हा ने बताया कि रेस्टोरेंट 60 दिनों के अंदर खुल जाएगा. जिससे चारबाग स्टेशन आने वाले यात्रियों को राहत मिलेगी.