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रोते हुए बोला व्यापारी- MLA अमनमणि त्रिपाठी ने करोड़ों की जमीन पर किया कब्जा, शिकायत की तो CM योगी ने डांटकर भगाया

लखनऊ के व्यापारी आयुष सिंघल विधायक अमनमणि त्रिपाठी के खिलाफ शिकायत लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गोरखपुर मंदिर परिसर में आयोजित जनता दरबार में पहुंचे थे. शिकायत सुनते ही सीएम योगी भड़क उठे और उसे डांटकर वहां से भगा दिया. आरोप है कि बाहुबली नेता अमरमणि त्रिपाठी के नौतनवां से निर्दलीय विधायक बेटे अमनमणि त्रिपाठी ने आयुष की करीब 22 एकड़ जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा है.

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Lucknow Businessman complaints against Amanmani Tripathi, CM Yogi Adityanath got angry on it in Janta Darbar Gorakhpur
  • April 3, 2018 4:36 pm Asia/KolkataIST, Updated 7 years ago

गोरखपुरः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जनता दरबार बेहद विख्यात है. कहा जाता है कि योगी यहां आने वाले हर शख्स की फरियाद सुनते हैं और तत्काल समस्याओं का समाधान करते हैं लेकिन इस बार ठीक इसके उलट हुआ. दरअसल लखनऊ से एक व्यापारी योगी के जनता दरबार में विधायक अमनमणि त्रिपाठी के खिलाफ शिकायत लेकर पहुंचा तो सीएम शिकायत सुनते ही उल्टा व्यापारी पर ही भड़क उठे और उसकी फाइल फेंककर उसे वहां से भगा दिया.

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, लखनऊ निवासी व्यापारी आयुष सिंघल योगी के दरबार में अपनी अर्जी लेकर आए थे. आयुष ने बताया कि उन्होंने 5 साल पहले लखनऊ के अलीगंज में करीब 22 एकड़ जमीन खरीदी थी. उस पर बाहुबली नेता अमरमणि त्रिपाठी के नौतनवां से निर्दलीय विधायक बेटे अमनमणि त्रिपाठी ने अवैध कब्जा कर लिया. वह इस संबंध में पुलिस से लेकर जिला प्रशासन तक गुहार लगा चुके हैं. आयुष ने कहा कि सीएम योगी से काफी उम्मीद लेकर वो यहां पहुंचे थे.

जनता दरबार में जैसे ही उन्होंने सीएम को शिकायत बताना शुरू किया तो वह उस पर ही भड़क गए. सीएम योगी ने उनकी बात नहीं सुनी और फाइल फेंककर कोई कार्रवाई न होने की बात कहते हुए उसे वहां से चलता कर दिया. सीएम के इस बर्ताव से वह वहीं पर फफक-फफककर रोने लगे. आयुष ने बताया कि वह इससे पहले भी लखनऊ और गोरखपुर जनता दरबार में सीएम से मिल चुके हैं. उस दौरान योगी ने लखनऊ एसएसपी को जांच के आदेश दिए थे लेकिन एक माह बाद भी कार्रवाई न होने पर वह फिर सीएम से मिलने पहुंचे थे.

इस बार उन्हें योगी के आश्वासन के बजाय उनकी फटकार मिली. आयुष का आरोप है कि अमनमणि त्रिपाठी लगातार उन्हें धमकी देते रहते हैं. इलाके के दबंग भी उनके परिवार से जमीन भूल जाने की बात कहते हैं. बताते चलें कि अमनमणि पर अपनी पत्नी सारा की हत्या का आरोप है. कार एक्सीडेंट में सारा की मौत हो गई थी जबकि कार में बैठे अमनमणि को खरोंच तक नहीं आई थी. सारा के परिवार ने इसे हत्या करार दिया था. इस मामले में अमनमणि जेल भी जा चुके हैं. हाल के समय में अमनमणि की सीएम योगी से नजदीकियां बढ़ी हैं. कई मौकों पर दोनों को मंच पर साथ देखा गया है. वह सीएम योगी से मुलाकात के लिए उनके जनता दरबार में भी पहुंच चुके हैं.

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