लखनऊ: यूपी तो वैसे अपने आप में एक बड़ा नाम है, क्योंकि यहां बोलडोजर बाबा की सरकार है. दरअसल, आप सही सोच रहे हैं, ये वहीं बुलडोजर बाबा है, जिसके नाम से गुंडे मवाली थर्र-थर्र कांपते हैं… जिनका नाम हैं, योगी आदित्यनाथ. वहीं इस बार यूपी से एक ऐसी घटना सामने आई, जिसे पढ़ने के […]
लखनऊ: यूपी तो वैसे अपने आप में एक बड़ा नाम है, क्योंकि यहां बोलडोजर बाबा की सरकार है. दरअसल, आप सही सोच रहे हैं, ये वहीं बुलडोजर बाबा है, जिसके नाम से गुंडे मवाली थर्र-थर्र कांपते हैं… जिनका नाम हैं, योगी आदित्यनाथ. वहीं इस बार यूपी से एक ऐसी घटना सामने आई, जिसे पढ़ने के बाद आपको ज्योति मौर्य का केस याद आ जाएगा.
जी हां… ये कहानी है… यूपी के बरेली का, जहां एक युवती ने कुछ समय पहले ही कारपेंटर लड़के से लव मैरिज की थी. दोनों के बीच इस कदर प्यार था कि वे दोनों एक दूसरे के बिना रह नहीं सकते थें. लड़की शादी होने के बाद अपने घर तक नहीं गई थी.
वो अपने ससुराल में रहकर कंपिटीशन की भी तैयारी कर रही थी. इसी बीच उसका लेखपाल एग्जाम निकल जाता है, फिर शुरू होता है असल कहानी…. जिसको सुनने के बाद आप आग बबूला हो जाएंगे.. तो चलिए शुरूआत करते है…
जब युवती का एग्जाम निकल गया, तो युवती ने पति से साफ कह दिया कि तेरा मेरा कोई रिश्ता नहीं. जब पुलिस को ये बात पता चलती है, तो पुलिस दोनों के बीच समझौता कराने का कोशिश करती है. जब पुलिस उस महिला के पति से पूछताछ किया, तो पति ने बताया कि करीब पांच साल पहले की बात है, जब उसकी मुलाकात उसके दोस्त के जरिए ऋचा से होती है. इसी बीच दोनों को पहली नजर में प्यार हो गया. आपने तो कई बार सुना होगा और पढ़ा भी होगा… फर्स्ट साइट लव.
दरअसल, यहां भी वहीं हुआ फर्स्ट साइट लव. नीरज को ऋचा से पहली नजर में प्यार हो जाता है. कुछ दिन तक दोनों फोन पर बात करते रहे, जैसा की एक प्रेमी और प्रेमिका करते हैं. दोनों में प्यार बढ़ता चला गया.
फिर उन्होंने 6 फरवरी 2022 को दोनों ने कोर्ट मैरिज कर ली. नीरज असल में बढ़ई का काम करता था, लेकिन ऋचा के जो सपने थें, वो बेहद ऊंचे थें और पढ़कर लिखकर कुछ बनना चाहती थी. नीरज ने एक पति होने का फर्ज निभाया.
उसने ऋचा का हौसला बढ़ाया और कष्ट सहते हुए, उसे आगे की पढ़ाई करवाया. कोचिंग की फीस तक दी. इसी बीच लेखपाल परीक्षा का फार्म आता है. वहीं नीरज फार्म भी खरीद कर लाता है. उसने इस परीक्षा की तैयारी कराने के लिए अपनी अर्धांगिनी को घर के काम से मुक्त कर देता है.
यहां तक की वो खुद खाना भी बनाता था. पिछले साल इस परीक्षा का रिजल्ट आता है और ऋचा का सिलेक्शन हो जाता है. उसके बाद ऋचा का असली रूप देखने को मिलता है.
करीब 6 महिने पहले की बात है, जब ऋचा घर से कॉलेज के लिए निकली थी और वापस घर नहीं आती है. उसके बाद नीरज हर जगह पर उसकी तलाश की. यहां तक की नीरज ने ससुराल वालों से पूछताछ किया.
जब खबर नहीं मिली, तो पुलिस में उसने पत्नी की गुमशुदगी का रिपोर्ट दर्ज कराया. जब पुलिस ने ऋचा की तलाश कर के ऋचा को नीरज के सामने लाकर खड़ा कर दिया.
इस दौरान ऋचा ने अपने पति को पहचाने से इंकार कर दिया. पुलिस ने बताया कि ऋचा के लेखपाल बनते ही उसकी चाल बदल गई थी. उसने बातचीत तो दूर, पति का फोन भी उठाना बंद कर दिया था.
यहां तक जब बुधवार को ऋचा लेखपाल की सार्टिफिकेट लेने गई, तो नीरज भी गया था, लेकिन उसे देखकर ऋचा ने इग्नोर कर दिया और दूसरे रास्ते से निकल गई.