By अहसन रिज़वी लखनऊ। 24 जून की रात लगभग 11 बजे, हजरतगंज के डालीबाग क्षेत्र में स्थित डीजीपी आवास से थोड़ी ही दूर पर लूट हो जाती हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया के घर के एक किलोमीटर के दायरे में लूट कर, लुटेरे पुलिस को ललकार बैठते हैं। दरअसल, गोमतीनगर के होटल से एक […]
By अहसन रिज़वी
लखनऊ। 24 जून की रात लगभग 11 बजे, हजरतगंज के डालीबाग क्षेत्र में स्थित डीजीपी आवास से थोड़ी ही दूर पर लूट हो जाती हैं। उत्तर प्रदेश पुलिस के मुखिया के घर के एक किलोमीटर के दायरे में लूट कर, लुटेरे पुलिस को ललकार बैठते हैं। दरअसल, गोमतीनगर के होटल से एक परिवार हजरतगंज के नरही स्थित अपने घर वापस लौट रहा था। परिवार के सदस्य दो गाड़ियों पर सवार थे। पहली गाड़ी पर 19 वर्षीय अंशिका श्रीवास्तव अपनी माता को बिठाए हुए थी। वहीं अमर उजाला दफ्तर के सामने (UP 32 GK 3410) बाइक पर सवार दो युवक आ कर अंशिका से चेन लूटने का प्रयास करते हैं। इस दौरान हुई झड़प में अंशिका और उसकी माता गाड़ी से नीचे गिर कर चोटिल हो जाती हैं। और चोर चेन लूट कर भाग निकलने में सक्षम होते हैं। इतने में ही दूसरी गाड़ी पर पीछे से आ रहे अंशिका के भाई ने घटनाक्रम देख कर आनन-फानन में चोरों का पीछा करना शुरू कर दिया। यह पकड़म पकड़ाई का खेल बहुत दूर तक चला। तकरीबन 2 किलोमीटर दूर हजरतगंज के श्री राम टॉवर के पास किसी तरह वह एक चोर को पकड़ने में सफल हुआ। वहीं दूसरा वहां से भाग निकला।
स्थानीय लोगों की मदद से युवती के भाई ने चोर को पकड़ कर पुलिस के हवाले किया। वहीं पकड़ा गया बेबस चोर इस वक्त सभी लोगों को जान से मारने की धमकी और लूटी हुई चेन न वापस करने की बात कहने लगा। इंस्पेक्टर हजरतगंज विक्रम सिंह के मुताबिक, पकड़ा गया चोर लखनऊ के पारा क्षेत्र का रहने वाला हैं। गिरफ्तार अभियुक्त आशीष साहनी पेशे से कारपेंटर हैं। अभियुक्त से पूछताछ में उसने अपने साथी का नाम व पता बताया। आशीष द्वारा बताए दूसरे अभियुक्त रितेश रस्तोगी के पते पर जब पुलिस पहुंची तो आरोपी रितेश वहां नहीं पाया गया। यह दोनो आरोपी आस पास के ही रहने वाले हैं। पुलिस ने इस पूरे मामले में आईपीसी की धारा 392, धारा 504, धारा 506 में मुकदमा दर्ज कर एक आरोपी को जेल भेज दिया है।
वारदात को हुए 48 घंटो से भी ज्यादा बीत चुके हैं लेकिन, इस लूट के मामले की गुत्थी को पुलिस पूरी तरह से सुलझाने में नाकामयाब हैं। वहीं पुलिस का एक हाथ अब भी खाली हैं। घटना में शामिल दूसरे आरोपी का पुलिस अभी तक पता नहीं लगा सकी हैं। साथ ही तकरीबन 2 किलोमीटर दूर तक युवती के भाई ने जब चोरों को दौड़ाया तो वहां कोई भी पुलिसकर्मी मदद के लिए नहीं पहुंचा। युवती के भाई और चोरों की लंबी भागम-भाग ने पुलिस के रात्रि गश्त पर भी सवालिया निशान खड़े किए हैं.
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