चंडीगढ़: हरियाणा में बेरोजगारी की गंभीर स्थिति के बीच, 46000 से अधिक उम्मीदवारों ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) के तहत संविदा सफाई कर्मचारी पदों के लिए आवेदन किया है। राज्य एजेंसी के आंकड़ों के अनुसार, इन आवेदकों में बड़ी संख्या में उच्च शिक्षित युवा शामिल हैं। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि इस पद के […]
चंडीगढ़: हरियाणा में बेरोजगारी की गंभीर स्थिति के बीच, 46000 से अधिक उम्मीदवारों ने हरियाणा कौशल रोजगार निगम (HKRN) के तहत संविदा सफाई कर्मचारी पदों के लिए आवेदन किया है। राज्य एजेंसी के आंकड़ों के अनुसार, इन आवेदकों में बड़ी संख्या में उच्च शिक्षित युवा शामिल हैं। सरकारी आंकड़े बताते हैं कि इस पद के लिए 39,990 ग्रेजुएट और 6,112 से अधिक पोस्ट ग्रेजुएट युवाओं ने आवेदन किया है। इन पदों की सैलरी करीब 15,000 रुपये प्रति माह है, जिसे देखते हुए इतने उच्च शिक्षित युवाओं का आवेदन करना राज्य में बढ़ती बेरोजगारी की समस्या को उजागर करता है।
हरियाणा में पहले सरकारी विभागों में कर्मचारियों की भर्ती ठेके के माध्यम से की जाती थी. वहीं बीजेपी सरकार द्वारा हरियाणा कौशल रोजगार निगम की स्थापना की गई है, जिसके ज़रिए अब सरकारी विभागों, बोर्ड और निगमों में अस्थायी भर्तियां की जा रही हैं। हरियाणा कौशल रोजगार निगम ने अपनी वेबसाइट के माध्यम से इन पदों के लिए आवेदन स्वीकार किए, जहां उम्मीदवारों को आवेदन के दौरान यह भी पूछा गया कि उन्होंने नौकरी के विवरण को ध्यान से पढ़ा है। इसमें साफ तौर पर बताया गया है कि इस भूमिका में सार्वजनिक स्थानों, सड़कों और इमारतों की सफाई, झाड़ू लगाना और कचरा हटाने का काम शामिल है। इसके अलावा चयनित उम्मीदवारों को केवल उनके घर के आस पास में ही नियुक्त किया जाएगा।
बेरोजगारी की इस चुनौतीपूर्ण स्थिति का संकेत केंद्र सरकार के आवधिक श्रम बल सर्वेक्षण (पीएलएफएस) के आंकड़ों से भी मिलता है। अप्रैल से जून 2024 की तिमाही में हरियाणा के शहरी क्षेत्रों में 15 से 29 वर्ष के युवाओं में बेरोजगारी दर 11.2% तक पहुंच गई, जबकि जनवरी से मार्च में यह 9.5% थी। इस दौरान महिलाओं की बेरोजगारी दर भी बढ़कर 17.2% हो गई। वहीं ऐसे में इतने बड़े पैमाने पर युवाओं का सफाई कर्मचारी पद के लिए आवेदन करना राज्य की रोजगार व्यवस्था को दर्शाता है।
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