लखनऊ: सपा ने कौशांबी से 25 वर्षी पुष्पेंद्र सरोज को लोकसभा का उम्मीदवार बनाया है. पुष्पेंद्र सरोज मंझनपुर से पांच बार विधायक एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज के बड़े बेटे हैं, जो लंदन की क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी से बीएससी अकाउंटिंग एंड मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रहे हैं. वह मंझनपुर के नगरेहा खुर्द […]
लखनऊ: सपा ने कौशांबी से 25 वर्षी पुष्पेंद्र सरोज को लोकसभा का उम्मीदवार बनाया है. पुष्पेंद्र सरोज मंझनपुर से पांच बार विधायक एवं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव इंद्रजीत सरोज के बड़े बेटे हैं, जो लंदन की क्वीन मैरी यूनिवर्सिटी से बीएससी अकाउंटिंग एंड मैनेजमेंट की पढ़ाई कर रहे हैं. वह मंझनपुर के नगरेहा खुर्द गांव के निवासी हैं, लेकिन वर्तमान में प्रयागराज के सुलेम सराय मोहल्ले में रहते हैं. बताया जा रहा है कि अभी तक यूपी का सबसे युवा उम्मीदवार हैं।
पुष्पेंद्र सरोज के पिता की बात करें तो उन्होंने बसपा से अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की थी, साल 1996 में पहली बार बसपा से इंद्रजीत सरोज विधायक बने और साल 2012 तक मंझनपुर की सरजमीं से उन्हें कोई हरा नहीं सका. बसपा सरकार में 3 बार वह कैबिनेट मंत्री भी रह चुके हैं. बहुजन समाज पार्टी में बतौर राष्ट्रीय महासचिव पार्टी की सेवा किया, साल 2017 में जब भारतीय जनता पार्टी की लहर चली तो इस लहर में इंद्रजीत सरोज को हार मिली और इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के लाल बहादुर ने जीत दर्ज की. चुनाव हारने के कुछ दिन बाद ही इंद्रजीत सरोज का बसपा प्रमुख मायावती से किन्ही बातों को लेकर विवाद हो गया और उन्होंने बहुजन समाज पार्टी छोड़कर सपा ज्वाइन कर ली।
बड़ा नेता होने के चलते सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उनके कद को कम नहीं किया. उन्हें बहुजन समाज पार्टी की तरह सपा में भी राष्ट्रीय महासचिव का पद दिया गया. इस बाद इंद्रजीत सरोज को साल 2019 के लोकसभा चुनाव में कौशांबी से उम्मीदवार भी बनाया गया, लेकिन किस्मत ने उनका साथ नहीं दिया और भाजपा के विनोद सोनकर से उन्हें हार मिली. इसके बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने साल 2022 के चुनाव में इंद्रजीत सरोज को उनके गृह विधानसभा सीट से उम्मीदवार बनाया और उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के लाल बहादुर को हराकर जीत दर्ज की।
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