लखनऊ। लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच इंडिया गठबंधन में इन दिनों बसपा सुप्रीमो मायावती को शामिल करने के लिए कई तरह की चर्चा चल रही हैं। कांग्रेस बसपा सुप्रीमो मायावती से बात कर रही है लेकिन, इस बीच राज्य में तीसरे मोर्चे को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। ऐसा माना जा रहा है […]
लखनऊ। लोकसभा चुनाव की तैयारियों के बीच इंडिया गठबंधन में इन दिनों बसपा सुप्रीमो मायावती को शामिल करने के लिए कई तरह की चर्चा चल रही हैं। कांग्रेस बसपा सुप्रीमो मायावती से बात कर रही है लेकिन, इस बीच राज्य में तीसरे मोर्चे को लेकर सुगबुगाहट तेज हो गई है। ऐसा माना जा रहा है कि मायावती इंडिया गठबंधन में शामिल होने को तैयार नहीं हैं और वो तीसरे मोर्चे की तैयारी कर रही हैं।
भाजपा को हराने के लिए उत्तर प्रदेश में इंडिया गठबंधन अपना कुनबा मजबूत करने में जुटा हुआ है। अगर बहुजन समाज पार्टी इस गठबंधन में शामिल होती है तो यूपी में गठबंधन को फ़ायदा मिल सकता है, इसलिए इन दिनों अखिलेश यादव के सुर भी बसपा को लेकर थोड़े नरम दिखाई दे रहे हैं। वहीं, मायावती इंडिया गठबंधन को झटका दे सकती हैं। ख़बरों के अनुसार, बसपा सुप्रीमो इन दिनों असदुद्दीन ओवैसी की एआईएमआईएम पार्टी के साथ संपर्क में हैं और तीसरे मोर्चे को लेकर काम कर रही हैं।
मायावती अगर अलग से चुनाव में उतरती हैं तो इससे इंडिया गठबंधन के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं। अगर बसपा और एआईएमआईएम का गठबंधन होता है तो यह तीसरा मोर्चा पश्चिमी और पूर्वी यूपी की कई सीटों पर इंडिया गठबंधन को नुकसान पहुंचा सकता है। उत्तर प्रदेश में लगभग ग्यारह ऐसी सीटें हैं जहां पर दलित और मुस्लिम वोटर अगर एकसाथ आते हैं तो निर्णायक भूमिका निभा सकते हैं।