लखनऊ। उत्तर प्रदेश में INDIA गठबंधन को और मजबूत बनाने के लिए बसपा को शामिल करने की पूरी कोशिश चल रही है। खास तौर पर कांग्रेस के कई बड़े नेता बीएसपी प्रमुख मायावती के संपर्क में बताए जा रहे हैं। हालांकि फिलहाल बीएसपी के इंडिया गठबंधन में शामिल होने के कोई संकेत नहीं मिल रहे […]
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में INDIA गठबंधन को और मजबूत बनाने के लिए बसपा को शामिल करने की पूरी कोशिश चल रही है। खास तौर पर कांग्रेस के कई बड़े नेता बीएसपी प्रमुख मायावती के संपर्क में बताए जा रहे हैं। हालांकि फिलहाल बीएसपी के इंडिया गठबंधन में शामिल होने के कोई संकेत नहीं मिल रहे हैं। दूसरी तरफ समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव का रुख भी नरम हो गया है।
लेकिन इन सबके बीच भी कुछ ऐसी शर्त है जिसके कारण से गठबंधन में बीएसपी की एंट्री मुश्किल नजर आती है। खबरों के अनुसार इंडिया गठबंधन को और बड़ा बनाने के लिए सोमवार का दिन काफी अहम होने वाला है। राजनीति के जानकारों का दावा है कि अगर गठबंधन में शामिल होने पर बात बन जाती है तो मायावती सोमवार को अपने जन्मदिन पर बड़ा एलान कर सकती हैं।
हालांकि इसके लिए बसपा की तरफ से लगभग 30 सीटों पर शर्त रखी जा सकती है। 30 सीटों में दस सीटें वो होंगी जिनपर बसपा ने 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी। इनमें लालगंज, श्रावस्ती, नगीना, अमरोहा, जौनपुर, सहारनपुर, बिजनौर, गाज़ीपुर, घोसी और अमरोहा सीट है, जहां 2019 में बसपा जीती थी। इसके अलावा संभल, रामपुर, आजमगढ़, बांदा, मछलीशहर और फतेहपुर सीट भी शामिल है।
अब बीएसपी के तरफ से डिमांड की गई सीटों में से कई ऐसी सीट है जिसपर सपा ने प्रत्याशी तय कर दिए हैं। इनमें सहारनपुर, गाजीपुर, नगीना, घोसी, संभल और मछलीशहर ऐसी सीट है जिसपर सपा अपने उम्मीदवार लगभग तय कर चुकी है। हालांकि सीटों की मांग और उनपर दावा अभी काफी मुश्किल नजर आता है क्योंकि बसपा ने अपनी तरफ से गठबंधन के संकेत अभी तक नहीं दिए हैं। अब यदि मायावती के जन्मदिन पर गठबंधन को लेकर कोई संकेत नहीं मिला तो आगे फिर बात बनना मुश्किल है।