Lok Sabha 2019 Elections: नरेंद्र मोदी सरकार में कैबिनेट मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उन्हें कांग्रेस कार्यकर्ता फोन कर समर्थन देने की बात कह रहे हैं. गडकरी ने कहा कि हमें झूठे वादे नहीं करने चाहिए और वह 2019 लोकसभा चुनावों में विकास के नाम पर वोट मांगेंगे.
नागपुर. लोकसभा 2019 चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी कैबिनेट में सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि उन्हें कांग्रेस की ओर से समर्थन मिला हुआ है. नागपुर लोकसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार गडकरी ने कहा कि उन्हें कांग्रेस कार्यकर्ताओं के फोन आ रहे हैं, जो उन्हें समर्थन देने की बात कह रहे हैं.
अपने चुनाव प्रचार अभियान का बिगुल फूंकते हुए उन्होंने कहा कि वह अपने क्षेत्र में किए गए विकास कार्यों की बदौलत वोटरों से वोट मांगेंगे. उनके क्षेत्र में 11 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे. गडकरी ने कहा कि उन्हें गैर-भाजपाई पार्टियों से शुभकामनाएं मिल रही हैं, जिसमें कांग्रेस भी शामिल है.
गडकरी ने बयान में कहा, ”मैंने किसी धर्म-जाति, भाषा या पार्टी विशेष को ध्यान में न रखते हुए लोगों के लिए काम किया है. भारी तादाद में मुझे कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने फोन कर चिंता नहीं करने को कहा है. उन्होंने कहा, भले ही हम लोग यहां हैं लेकिन हम मन से आपके (गडकरी) साथ हैं और आपको पूरा समर्थन है. ”
गडकरी ने बीजेपी कार्यकर्ताओं से पूरे विश्वास के साथ लोगों के बीच जाने और उन्हें संयम बरतने को कहा है. उन्होंने कार्यकर्ताओं को यह भी बताया कि विश्वास और घमंड में क्या फर्क है. उन्होंने कहा, ”किसी शख्स में विश्वास होना चाहिए, घमंड नहीं. लोगों के लिए बीच संयम से जाओ और बताओ की पार्टी ने क्या-क्या काम किया है.”
गडकरी ने कहा कि वह 2019 लोकसभा चुनावों में 2014 से भी भारी अंतर से जीतेंगे और उनके इलाके में 70 हजार करोड़ की विकास परियोजनाएं चल रही हैं. उन्होंने कहा, ”मैंने फैसला किया है कि न तो विपक्ष के उम्मीदवार का नाम लूंगा और न ही किसी पार्टी पर हमला बोलूंगा. मैं लोगों को बताऊंगा कि मैंने क्या काम किया है और वोट काम के आधार पर ही मांगूंगा.”
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ”पिछले मेनिफेस्टो में हमने जो वादे किए थे, वह हमने पूरे किए हैं. हमें लोगों से झूठे वादे नहीं करने चाहिए. जो हमने वादे किए हैं, उन्हें पूरा करना चाहिए. हम वही कहेंगे, जो हमने किया है.” उन्होंने नागपुर में बीजेपी और उसके सहयोगियों का सेंट्रल इलेक्शन कैंपेनिंग ऑफिस का उद्धाटन किया और कार्यकर्ताओं से कहा कि वह किसी के बयान पर जवाब न दें.