नई दिल्ली/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बरेली में मौलाना तौकीर रजा की गिरफ्तारी के बाद से शुक्रवार को अफरा-तफरी का माहौल रहा। हालांकि, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार तो किया लेकिन फिर बाद में रिहा भी कर दिया। अपनी गिरफ्तारी से पहले तौकीर रजा ने अपने समर्थकों को संबोधित भी किया और कहा कि बीजेपी के लोगों […]
नई दिल्ली/लखनऊ। उत्तर प्रदेश के बरेली में मौलाना तौकीर रजा की गिरफ्तारी के बाद से शुक्रवार को अफरा-तफरी का माहौल रहा। हालांकि, पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार तो किया लेकिन फिर बाद में रिहा भी कर दिया। अपनी गिरफ्तारी से पहले तौकीर रजा ने अपने समर्थकों को संबोधित भी किया और कहा कि बीजेपी के लोगों को मंदिर से मोहब्बत नहीं है। असल में उनको मुसलमानों को तकलीफ पहुंचाना है। उन्होंने एलान किया कि अगर बीजेपी के लोग सच में मंदिर से मोहब्बत करते हैं तो पहले कैलाश मानसरोवर को आजाद कराएं, मैं ज्ञानवापी मस्जिद छोड़ने को तैयार हूं।
तौकीर रजा ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि देश में पहले से ही समान नागरिक संहिता लागू है। भाजपा के दौर से नहीं, इससे पहले से ही ये लागू है। उन्होंने कहा कि मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड मौजूद है कोर्ट में। एक कानून है, इसके बावजूद हमारे जितने भी मसाइल अदालत में जाते हैं, वो यूसीसी के तहत ही तय होते हैं। पर्सनल लॉ के तहत तय नहीं होते हैं और फिर यूसीसी रहा ही कहां, जब आपने उसमें कुछ को छोड़ दिया। यह बेईमानी हो रही है।
तौकीर रजा ने आगे कहा कि मैं ये कहता हूं कि इन तमाम लोगों को मदिरों से कोई भी मोहब्बत नहीं है। असल में इनको मुसलमानों को तकलीफ पहुंचाना है। अगर वाकई मंदिरों से मोहब्बत है तो मैं ज्ञानवापी छोड़ने को तैयार हूं। चलो पहले चीन, कितना कब्जा कर लिया है। कैलाश-मानसरोवर चाइना के बाप की जागीर नहीं है। ये हिंदुस्तान का है। उन्होंने कहा कि हमारे दौरे-हुकूमत में हमने हिंदुओं को सौंपा था।