Sitaram Yechury compares Sabrimala Controversy to Babri Masjid demolition: सबरीमाला विवाद को लेफ्ट ने बताया बाबरी मस्जिद विध्वंस जैसा, सीताराम येचुरी बोले- बीजेपी और RSS की साजिश

Sitaram Yechury compares Sabrimala Controversy to Babri Masjid demolition: सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सबरीमाला मंदिर में हर उम्र की महिलाओं के प्रवेश को लेकर मचा बवाल शांत नहीं हो रहा है. राजनीतिक दल इस मुद्दे पर रोटियां सेंकते नजर आ रहे हैं. इसी बीच लेफ्ट पार्टी सीपीएम के नेता सीताराम येचुरी ने सबरीमाला विवाद की तुलना बाबरी मस्जिद के विवाद से की है. उन्होंने कहा कि बाबरी प्रकरण और सबरीमाला प्रदर्शन का पैटर्न एक जैसा ही है.

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Sitaram Yechury compares Sabrimala Controversy to Babri Masjid demolition:  सबरीमाला विवाद को लेफ्ट ने बताया बाबरी मस्जिद विध्वंस जैसा, सीताराम येचुरी बोले- बीजेपी और RSS की साजिश

Aanchal Pandey

  • October 19, 2018 8:47 pm Asia/KolkataIST, Updated 6 years ago

तिरुवनंतपुरम. Sitaram Yechury compares Sabrimala Controversy to Babri Masjid demolition: केरल में सबरीमाला मंदिर में महिलाओं के प्रवेश को लेकर हो रहा बवाल थमने का नाम नहीं ले रहा है. सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद मंदिर के कपाट खुले तीन दिन हो गए है लेकिन अभी तक महिलाएं प्रवेश नहीं कर सकी हैं. अब यह मामला राजनीतिक तूल भी पकड़ चुका है. बीजेपी-कांग्रेस समेत राजनीतिक दल एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं. इसी बीच खबर है कि लेफ्ट पार्टी सीपीएम के नेता सीताराम येचुरी ने इस विवाद की तुलना बाबरी मस्जिद के विवाद से करते हुए इस पूरे मामले का ठीकरा भाजपा और आरएसएस पर फोड़ दिया है.

गौरतलब है कि सीपीएम नेता ने मीडिया से बात करते हुए कहा है कि बाबरी प्रकरण और सबरीमाला प्रदर्शन का एक जैसा ही पैटर्न है. सीताराम येचुरी ने बीजेपी, संघ और कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि वहां चोर पुलिस पर आरोप लगा रहे हैं. येचुरी ने आगे कहा कि मंदिर में किसी भी श्रद्धालु को जाने से नहीं रोका जा रहा है लेकिन वहां मौजूद कुछ असामजिक तत्व परेशानी खड़ी कर रहे हैं. वहीं केरल सरकार सबरीमाला में प्रवेश को लेकर हुए विवाद को साजिश बता रही है. राज्य देवासम (धार्मिक ट्रस्ट) मंत्री काडाकमपल्ली सुंदरन के अनुसार, कुछ लोग जानबूझकर यह कर रहे हैं. 

बता दें कि काफी समय से सबरीमाला में 10 से 50 साल की उम्र वाली महिलाओं का प्रवेश नहीं था. हालांकि बीते दिनों सुप्रीम कोर्ट ने सभी उम्र की महिलाओं के प्रवेश की इजाजत दे दी. जिसके बाद 3 दिन पहले मंदिर के कपाट खुलने के समय काफी लोग सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करने लगे. कुछ ही देर में यह प्रदर्शन हिंसक हो गया. मजबूरन पुलिस को लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा. हालांकि कपाट खुलने के तीन दिन तक भी 10 से 50 वर्ष की महिलाएं सुरक्षा को देखते हुए मंदिर में प्रवेश नहीं कर सकी हैं. 

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