जन सूरज के एक्स अकाउंट पर एक और पोस्ट में लिखा गया, "पुलिस प्रशासन ने प्रशांत किशोर को गांधी मैदान से एम्स ले जाकर उनके अनशन को तुड़वाने की कोशिश की। अनशन तुड़वाने में विफल होने के बाद प्रशासन प्रशांत किशोर को किसी दूसरी जगह ले जाने की कोशिश कर रहा है। एम्स के बाहर उमड़ी भीड़ पर पुलिस ने बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया।
पटना। पटना पुलिस ने भूख हड़ताल पर बैठे जन सुराज के मास्टरमाइंड प्रशांत किशोर को गांधी मैदान से हिरासत में ले लिया और पटना एम्स ले गई। एम्स से बाहर पीके के समर्थकों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी। गांधी मैदान में उनके साथ बैठे सभी समर्थक अस्पताल पहुंच गए थे। पुलिस जब पीके को यहां से लेकर निकली तो अस्पताल के बाहर काफी संख्या में लोग जमा थे। समर्थक एंबुलेंस के सामने लेट गए थे और पुलिस ने उन्हें यहां से हटाने के लिए हल्का बल प्रयोग किया। पीके के समर्थकों ने कहा कि पुलिस ने फिर से लाठीचार्ज किया है।
जन सूरज के एक्स अकाउंट पर एक और पोस्ट में लिखा गया, “पुलिस प्रशासन ने प्रशांत किशोर को गांधी मैदान से एम्स ले जाकर उनके अनशन को तुड़वाने की कोशिश की। अनशन तुड़वाने में विफल होने के बाद प्रशासन प्रशांत किशोर को किसी दूसरी जगह ले जाने की कोशिश कर रहा है। एम्स के बाहर प्रशांत किशोर को देखने के लिए उमड़ी भीड़ पर पुलिस ने बर्बरतापूर्वक लाठीचार्ज किया। नीतीश कुमार की कायरता देखिए, उनकी पुलिस ने पिछले 5 दिनों से बर्बाद शिक्षा और भ्रष्ट परीक्षाओं के खिलाफ आमरण अनशन पर बैठे प्रशांत किशोर को रात के 4 बजे जबरन हिरासत में ले लिया। उनके साथ बैठे हजारों युवाओं को अज्ञात जगह पर ले जाया गया।”
पुलिस प्रशासन ने प्रशांत किशोर को गांधी मैदान से एम्स ले जाकर अनशन तुड़वाने का प्रयास किया। अनशन तुड़वाने में विफल होने पर प्रशासन, प्रशांत किशोर को नए जगह पर ले जाने की कोशिश कर रही है। एम्स के बाहर प्रशांत किशोर को देखने उमड़ी भीड़ पर पुलिस ने बर्बरता पूर्वक लाठीचार्ज किया।
— Jan Suraaj (@jansuraajonline) January 6, 2025
बता दें कि प्रशांत किशोर बीपीएससी परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर 2 जनवरी से गांधी मैदान में आमरण अनशन पर थे। पटना पुलिस ने उन्हें वहां से उठाकर सोमवार सुबह करीब 4 बजे एम्स ले गई। पीके की टीम का कहना है कि पुलिस उन्हें जबरन एंबुलेंस में ले गई। इसके खिलाफ उनके समर्थकों ने विरोध भी जताया। हालांकि, पुलिस का कहना है कि स्वास्थ्य कारणों से उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। वीडियो फुटेज में पुलिस उन्हें उठाते हुए देखी जा सकती है।
आपको बता दें कि पिछले साल 13 दिसंबर को आयोजित संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा में राजधानी पटना के बापू भवन परीक्षा केंद्र पर प्रश्नपत्र लीक होने की अफवाह फैली थी, जिसके बाद बड़ी संख्या में अभ्यर्थी पूरी परीक्षा को रद्द करने की मांग कर रहे हैं।
ये भी पढ़ेंः- रात 4 बजे प्रशांत किशोर को उठा ले गई पटना पुलिस, धरना स्थल पर मारा थप्पड़