बिहार। राष्ट्रीय जनता दल से इस्तीफे की घोषणा करने वाले पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने मजदूरों से जुड़ने के लिए अपनी पूर्व घोषित ‘जनशक्ति यात्रा’ की शुरुआत की है. तेज प्रताप यादव ने जनशक्ति परिषद के बैनर तले इस यात्रा की शुरुआत की है. पहले चरण में वे […]
बिहार। राष्ट्रीय जनता दल से इस्तीफे की घोषणा करने वाले पार्टी प्रमुख लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव ने मजदूरों से जुड़ने के लिए अपनी पूर्व घोषित ‘जनशक्ति यात्रा’ की शुरुआत की है. तेज प्रताप यादव ने जनशक्ति परिषद के बैनर तले इस यात्रा की शुरुआत की है. पहले चरण में वे पटना के बिहटा स्थित मखदुमपुर दलित बस्ती पहुंचे और वहां के गरीबों में कपड़े बांटे और उनका हालचाल जाना. तेज प्रताप के इस सफर को कई लोग राजद से अलग होने की दिशा में एक और कदम मान रहे हैं. खास बात यह है कि लालू के लाल के इस दौरे को राजद का समर्थन मिलता नजर नहीं आ रहा है.
इसके तहत वह पटना के बिहटा स्थित मखदूमपुर की दलित बस्ती में पहुंचे. वहां उन्होंने दलित परिवारों से मुलाकात की और उनके बीच कपड़े बांटे और लोगों की दुर्दशा जानने की कोशिश की. इस बीच उन्होंने केंद्र के दलितों और मजदूरों से जुड़ी योजनाओं पर चर्चा करते हुए कहा कि अभी भी दलितों के घरों में गैस का चूल्हा नहीं पहुंचा है. गरीबी भी चरम पर है.
तेज प्रताप के एक करीबी ने बताया कि वह आगे पूरे बिहार का भ्रमण करेंगे. इसके जरिए वे हर जाति और धर्म के किसानों और मजदूरों से जुड़ेंगे. वह दलित बस्तियों का दौरा करेंगे और वहां बाबासाहेब अंबेडकर की छोटी-छोटी प्रतिमाएं भेंट करेंगे. वह यात्रा के दौरान किसानों के साथ सत्तू भी खाएंगे.
खास बात यह है कि राजद ने तेज प्रताप यादव के इस दौरे से दूरी बना ली है. पार्टी के एक प्रवक्ता ने पूछे जाने पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया, लेकिन अपना नाम नहीं बताने का आग्रह किया. कहा कि पार्टी को निर्देश दिया गया है कि तेज प्रताप के बारे में कुछ भी न बोलें.
गुरुग्राम के मानेसर में भीषण आग, मौके पर दमकल की 35 गाड़ियां