नई दिल्ली: एक और जहा देश के आम किसानों मे किसान कानून को लेकर हर्ष का माहोल है वही दुसरी और कुछ संघटन गलत भ्रांतियां फैलाकर कर किसानको गुमराह करने की कोशिश कर रहे है और किसानों के आड़ मे अपना राजनेतिक उल्लू सीधा करने की कोशिश कर रहे है। ऐसे माहोल मे कोल्हापूर निवासी उद्यमी और विविध व्यापार संघटन का नेतृत्व करनेवाले ललित गांधी ने सरकार के और किसान कानुन के समर्थन में जनजागृती करनेका अनुठा रास्ता अपनाया है। उन्होने अपने द्वितीय कन्या भक्ती गांधी की शादी समारोह के माध्यम से किसान कानून का अनोखे अंदाज मे समर्थन किया है।
ललित गांधी ने शादी की पत्रिका मे भी किसान कानून के समर्थन किया है और २३ दिसंबर “राष्ट्रीय किसान दिवस” के अवसर पर शादी की पूर्वसंध्या पर संगीत संध्या का आयोजन न करते हुए किसान कानून के समर्थन मे एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन आज किया जिसमे वे खुद किसान कानून के संदर्भ मे जो भ्रांतियां फैलाई जा रही है उसका खुलासा कर, विस्तृत जानकारी दी. गौरतलब है की ललित गांधी एक यशस्वी उद्यामी के साथ साथ एक किसान भी है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किसानों के विकास के लिए नए कृषि कानून के माध्यम से क्रांतिकारी बदलाव लाने का प्रयास किया है। वहीं ललित गांधी विभिन्न प्रादेशिक तथा राष्ट्रीय संगठनों के माध्यम से पिछले 30 वर्षों से किसानों को पारंपरिक खेती के अलावा आधुनिक तरीकों से उनकी आय बढ़ाने के लिए एवं उसी प्रक्रिया उद्योगों में किसानों के युवा पीढ़ी को प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय स्थर पर प्रयासरत है, उन्होंने प्रधानमंत्री के इस किसान विकास संकल्प को जन जन तक पहुंचाने का संकल्प किया है। इस हेतु राष्ट्रीय सर पर जन जागरण अभियान का संचालन करने का निर्णय लेते हुए उसका प्रारंभ गोवा की भूमि से अपनी बेटी के विवाह के प्रसंग के अवसर पर “राष्ट्रीय किसान दिवस” का औचित्य ध्यान में रखते हुए देश भर से पधारे हुए प्रमुख उद्यमियों के उपस्थिति में विभिन्न गणमान्य के साथ इस महाअभियान का प्रारंभ बेटी की शादी में किया उनके इस सकारत्मक पहल ही चर्चा पूरे देश मे हो रही है।
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