एयर शो के कारण चेन्नई में लाखों लोग फंसे, 230 लोग पहुंचे अस्पताल, 3 की मौत

नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना की 92वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में चेन्नई के मरीना बीच पर आयोजित भव्य एयर शो में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, लेकिन इस आयोजन के दौरान अव्यवस्था और भीड़ के कारण तीन लोगों की जान चली गई। रिपोर्ट के अनुसार, मृतकों में पेरुंगलथुर के श्रीनिवासन (48), तिरुवोटियूर के […]

Advertisement
एयर शो के कारण चेन्नई में लाखों लोग फंसे, 230 लोग पहुंचे अस्पताल, 3 की मौत

Yashika Jandwani

  • October 6, 2024 11:01 pm Asia/KolkataIST, Updated 1 month ago

नई दिल्ली: भारतीय वायुसेना की 92वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में चेन्नई के मरीना बीच पर आयोजित भव्य एयर शो में बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ उमड़ पड़ी, लेकिन इस आयोजन के दौरान अव्यवस्था और भीड़ के कारण तीन लोगों की जान चली गई। रिपोर्ट के अनुसार, मृतकों में पेरुंगलथुर के श्रीनिवासन (48), तिरुवोटियूर के कार्तिकेयन (34) और कोरुकुप्पेट के जॉन (56) के नाम शामिल हैं। डॉक्टरों के अनुसार, एक व्यक्ति की मौत हीट स्ट्रोक के कारण हुई है। इसके अलावा, भीड़ में धक्का-मुक्की और गर्मी के कारण 230 से अधिक लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया।

कार्यक्रम में 16 लाख लोग पहुंचे

बता दें एयर शो को देखने के लिए लाखों लोग सुबह 11 बजे से पहले ही मरीना बीच पर इकट्ठा हो गए थे। शो के देखते हुए और लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में नाम दर्ज कराने के उद्देश्य से आयोजित इस कार्यक्रम में करीब 16 लाख लोग पहुंचे। वहीं इस दौरान एयर शो सुबह 11 बजे शुरू होकर दोपहर 1 बजे तक चला। हालांकि लोग सुबह 8 बजे से ही धूप में अच्छी जगह पाने के लिए जमा होना शुरू हो गए थे। तेज धूप और भीड़ के बावजूद पर्याप्त इंतजाम न होने के कारण कई लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

गर्मी से लोग हुए बेहोश

गर्मी से जूझ रहे कई बुजुर्ग बेहोश हो गए, वहीं पीने के पानी के अभाव ने लोगों की स्थिति को और भी बदतर बना दिया। कार्यक्रम स्थल पर पानी के विक्रेताओं को हटाए जाने के कारण भीड़ को पीने का पानी भी नहीं मिला, जिससे लोगों की परेशानी बढ़ गई। भीड़भाड़ और अव्यवस्था के बीच, स्थानीय लोगों ने आगे आकर पानी और मदद पहुंचाने की कोशिश की, लेकिन उससे ज्यादा असर नहीं हुआ।

घरों तक पहुंचने के लिए नहीं मिला रास्ता

शो खत्म होने के बाद, मरीना बीच से बाहर निकलने के दौरान कामराजर सलाई की ओर भारी भीड़ उमड़ी, जिससे यातायात पूरी तरह से बंद हो गया। शहर के मेट्रो स्टेशनों पर भी भीड़ बढ़ गई और लोग अपने घरों तक पहुंचने के लिए रास्ता ढूंढने लगे. वहीं प्रशासन की योजना और आयोजन की तैयारी में भारी खामियों को उजागर किया, जिससे जनता में आक्रोश पैदा हो गया है।

यह भी पढ़ें: अशोक गहलोत के सर्कस वाले बयान को लेकर राजेंद्र राठौड़ भड़के, कहा-पिछली सरकार…

Advertisement