लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में 22 फरवरी को मिड डे मील खाने से करीब 30 बच्चे बीमार पड़ गए थे. वहीं स्कूली बच्चों को हॉस्पिटल से छुट्टी मिलने के बाद जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है. कम्पोजिट विद्यालय भगत छपरा में मिड डे मील खाने से बच्चों को उल्टी और पेट दर्द […]
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में 22 फरवरी को मिड डे मील खाने से करीब 30 बच्चे बीमार पड़ गए थे. वहीं स्कूली बच्चों को हॉस्पिटल से छुट्टी मिलने के बाद जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली है. कम्पोजिट विद्यालय भगत छपरा में मिड डे मील खाने से बच्चों को उल्टी और पेट दर्द की शिकायत होने लगी. वहीं बच्चों को पेट दर्द होने से स्कूल में हड़कंप मच गया. वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र नेबुआ नौरंगिया में शिक्षकों ने बीमार बच्चों को भर्ती कराया, जहां बीमार बच्चों का उपचार शुरू किया गया. वहीं फ़ूड पॉइजनिंग के कारण करीब 30 बच्चों के बीमार पड़ने से प्रशासन में पूरी तरह से हड़कंप मच गया।
वहीं इस बात की जानकारी मिलते ही जिलाधिकारी, सीडीओ, सीएमओ और सांसद विजय कुमार दुबे ने कोटवा सीएचसी पहुंचकर सभी बच्चों का हाल जाना. इस संबंध में परिजनों ने बताया कि घर से बच्चे स्वस्थ स्कूल गए थे. जिलाधिकारी ने दोषियों पर कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है. विद्यालय में इस तरह की घटना को लेकर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राम जियावन मौर्य ने खंड शिक्षा अधिकारी के नेतृत्व में तीन सदस्यीय जांच टीम गठित कर दी है. वहीं जांच टीम शुक्रवार को शिवदत्त छपरा कम्पोजिट विद्यालय पहुंची।
वहीं खाद्य अभिहित अधिकारी प्रदीप राय ने स्कूल में इस्तेमाल सामग्रियां को प्रयोगशाला भेजने की बात कही. जांच के दौरान टीम को स्कूल में बहुत सारी कमियां देखने को मिलीं. वहीं डरौना खण्ड शिक्षा अधिकारी वीर बहादुर सिंह ने बताया कि स्कूल के शौचालय बदहाल पाया गया है. स्कूल में पानी की भी व्यवस्था खराब है।
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