Kumar Vishwas on New Excise Policy: नई दिल्ली. Kumar Vishwas on New Excise Policy: दिल्ली में नई आबकारी नीति को लेकर कोहराम मचा हुआ है, जिसे देखते हुए बीजेपी ने दिल्ली में चक्का जाम कर दिया है. अब इस पर कभी आम आदमी पार्टी का हिस्सा रह चुके कुमार विश्वास ने आम आदमी पार्टी पर […]
नई दिल्ली. Kumar Vishwas on New Excise Policy: दिल्ली में नई आबकारी नीति को लेकर कोहराम मचा हुआ है, जिसे देखते हुए बीजेपी ने दिल्ली में चक्का जाम कर दिया है. अब इस पर कभी आम आदमी पार्टी का हिस्सा रह चुके कुमार विश्वास ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधा है.
दिल्ली में कुछ समय पहले नई आबकारी नीति लागू कर दी गई है, जिसके तहत अब राजधानी में सभी सरकारी ठेकों को बंद कर उन्हें प्राइवेट में तब्दील कर दिया है. इसी क्रम में अब दिल्ली में शराब पीने की उम्र 25 से घटाकर 21 कर दी गई है. दिल्ली सरकार की इस नई आबकारी नीति पर अब विपक्ष हमलावर है. सरकार के इस फैसले पर कभी आम आदमी का हिस्सा रहे कुमार विश्वास ने भी सरकार पर तंज कसा है.
दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति पर कुमार विश्वास ने कहा कि पीनेवालों की मौज वाली नीति यानि उम्र 21 से 18 करने और 1000 नए ठेके खुलवाने की नीति लागू करने की अर्जी लेकर कभी दिल्ली के शराब माफिया विधायक जी उनके पास आए थे. तब उन्होंने विधायक को तो दुत्कार कर भगाया था और दोनों नेताओं को चेतावनी दी थी. इसके बाद कुमार विश्वास नेताओं पर सांकेतिक भाषा में प्रहार करते हुए कहते हैं कि अब छोटेवाले के साले ने 500 करोड़ की डील में मामला सेट कर लिया है.
कुमार विश्वास के इस ट्वीट पर आम आदमी पार्टी के विधायक नरेश बाल्यान ने उनपर पलटवार करते हुए कहा है कि, “आपको कुछ तथ्य नहीं पता है, पता नहीं आप खुद कौनसे नशे में हैं. पहली बात तो दिल्ली में शराब पीने की उम्र को 25 से घटाकर 21 किया गया है, दूसरी, दिल्ली में एक भी ठेके नए नहीं खुले हैं, उल्टा 4 और ठेके बंद हुए हैं.”
“चोर जो चुप ही लगा जाता तो वो कम पिटता,
बाप का नाम बताने की ज़रूरत क्या थी..!”
😂मैंने तो बस “दारू जमाख़ोर विधायक” लिखा था, तुम ही आए थे यह जताने की ज़रूरत क्या थी बालक ?😳 https://t.co/KPyVs4jZLd— Dr Kumar Vishvas (@DrKumarVishwas) January 3, 2022
बाल्यान के इस ट्वीट पर कुमार विश्वास ने तुरंत पूरी बात पलटते हुए कहा, “यही होता है चोर की दाढ़ी में तिनका, मैंने तो आपका नाम लिया ही नहीं, अब आपने खुद बता दिया कि वो जमाखोर दारु माफिया विधायक कौन था.” चोर जो चुप ही लगा जाता तो वो कम पिटता, बाप का नाम बताने की ज़रूरत क्या थी.