कोलकाता/नई दिल्ली: कोलकाता में लेडी ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप मर्डर केस को लेकर गुस्साएं डॉक्टरों ने आर पार की लड़ाई कर ली है। सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों को 5 बजे तक काम पर लौटने की डेडलाइन दी थी, इसके बाद भी उन्होंने अपना हड़ताल जारी रखा। जूनियर डॉक्टरों के गुस्से को देखते हुए […]
कोलकाता/नई दिल्ली: कोलकाता में लेडी ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप मर्डर केस को लेकर गुस्साएं डॉक्टरों ने आर पार की लड़ाई कर ली है। सुप्रीम कोर्ट ने डॉक्टरों को 5 बजे तक काम पर लौटने की डेडलाइन दी थी, इसके बाद भी उन्होंने अपना हड़ताल जारी रखा। जूनियर डॉक्टरों के गुस्से को देखते हुए ममता बनर्जी ने एक प्रतिनिधिमंडल को सचिवालय बातचीत करने के लिए बुलाया। इसे भी डॉक्टरों ने ठुकरा दिया।
मालूम हो कि सुप्रीम कोर्ट ने एक दिन पहले ही मामले में सुनवाई करते हुए डॉक्टरों से कहा था कि वो मंगलवार शाम 5 बजे तक लौटे वरना उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके बाद मंगलवार को सीएम ने उन्हें बातचीत के लिए बुलाया, इसे भी डॉक्टरों ने ठुकरा दिया। डॉक्टरों का कहना है कि ये आंदोलन स्वास्थ्य सचिव को हटाने के लिए चल रहा है और बंगाल सीएम उन्हीं के हाथों पत्र भेज रही हैं। यह सरासर अपमान है।
प्रदर्शनकारी डॉक्टरों का कहना है कि पत्र में सिर्फ सर लिखा हुआ है जबकि उसमें मैडम भी लिखा होना चाहिए था। अगर सरकार की तरफ से कोई शीर्ष जिम्मेदार प्रस्ताव भेजता है तो हम बातचीत के लिए तैयार हैं। सीएम से बातचीत करने कितने लोग जायेंगे, ये डॉक्टर तय करेंगे जबकि उन्होंने पत्र में सिर्फ 10 लोगों को बुलाया है। इससे पहले कोलकाता रेप केस मामले में सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई थी।