नई दिल्ली: कोलकाता के आरजी मेडिकल कॉलेज में एक ट्रेनी डॉक्टर के साथ हुए रेप और हत्या की घटना में नया मोड़ आ गया है। पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर डॉ. सुवर्ण गोस्वामी ने पुलिस के शुरुआती दावों का खंडन किया है। पुलिस ने कहा था कि इस अपराध में केवल एक ही व्यक्ति शामिल था, लेकिन डॉ. गोस्वामी के अनुसार, पीड़िता के शरीर में 150 मिलीग्राम सीमन पाया गया है, जो एक ही व्यक्ति का नहीं हो सकता। उन्होंने यह भी कहा कि शरीर पर मौजूद चोटों से लगता है कि इस अपराध में एक से ज्यादा लोग शामिल हो सकते हैं।
कोलकाता पुलिस ने इस मामले में आरोपी संजय रॉय को 24 घंटे से भी कम समय में गिरफ्तार कर लिया था। पुलिस का कहना था कि इस घटना में केवल एक ही व्यक्ति शामिल था। 9 अगस्त की सुबह, आरजी मेडिकल कॉलेज के सेमिनार हॉल में ट्रेनी डॉक्टर का शव अर्धनग्न अवस्था में मिला था। मृतक की सहकर्मियों के अनुसार, पीड़िता ने अपनी अंतिम बातचीत अपने सहकर्मियों से की थी और उस रात देर तक मरीजों की देखभाल में व्यस्त रही थी।
कोलकाता पुलिस ने आरोपी संजय रॉय को सरकारी एसएसकेएम अस्पताल में मेडिकल टेस्ट कराने के बाद सीबीआई के हवाले कर दिया है। सीबीआई ने मंगलवार को टाला पुलिस स्टेशन जाकर कोलकाता पुलिस की जांच से जुड़े दस्तावेज ले लिए हैं। कलकत्ता हाई कोर्ट ने पुलिस को निर्देश दिया था कि वह केस डायरी और सभी दस्तावेज सीबीआई को सौंप दे।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट और डॉ. गोस्वामी के बयान से कोलकाता पुलिस की जांच पर सवाल उठने लगे हैं। अब इस केस की जांच सीबीआई द्वारा की जा रही है, जो मामले की गहराई से जांच करेगी और यह स्पष्ट करेगी कि वास्तव में इस अपराध में कितने लोग शामिल थे। इस बीच, पीड़िता के सहकर्मियों और परिवार के सदस्य न्याय की उम्मीद कर रहे हैं।
ये भी पढ़ें: कोलकाता डॉक्टर रेप मर्डर केस: हाईकोर्ट ने सीबीआई जांच के आदेश दिए, सरकार को फटकार
ये भी पढ़ें: कन्नौज रेप केस में बड़ा खुलासा नवाब सिंह और पीड़िता की बुआ के बीच कनेक्शन…