Satyapal Malik: पूर्व राज्यपाल पर गृहमंत्री अमित शाह का पलटवार, कहा- सत्ता में रहते अंतरात्मा की आवाज क्यों नहीं सुनाई दी

नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पूर्व गर्वनर सत्यपाल मलिक ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि राज्यपाल रहते उनके पास 300 करोड़ रुपए की रिश्वत का ऑफर मिला था। अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उनके इस आरोप पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि उनको उस समय अंतरात्मा […]

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Satyapal Malik: पूर्व राज्यपाल पर गृहमंत्री अमित शाह का पलटवार, कहा- सत्ता में रहते अंतरात्मा की आवाज क्यों नहीं सुनाई दी

SAURABH CHATURVEDI

  • April 22, 2023 4:05 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

नई दिल्ली। जम्मू कश्मीर के पूर्व गर्वनर सत्यपाल मलिक ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा है कि राज्यपाल रहते उनके पास 300 करोड़ रुपए की रिश्वत का ऑफर मिला था। अब केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने उनके इस आरोप पर पलटवार किया है। उन्होंने कहा है कि उनको उस समय अंतरात्मा की आवाज क्यों नहीं सुनाई दी, जब वो सत्ता में थे।

पीएम मोदी और बीजेपी पर लगाए गंभीर आरोप

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बताया कि, सत्यपाल मलिक को ये सारे आरोप राज्य गवर्नर रहते लगाने चाहिए। दरअसल सत्यपाल मलिक पिछले कुछ दिनों से पीएम मोदी और उनकी नेतृत्व वाली केंद्र की बीजेपी सरकार पर गंभीर आरोप लगा रहे हैं। उनके इस आरोप से देश की सियासत पर काफी असर पड़ रहा है, हालांकि गृह मंत्री अमित शाह ने उनकी विश्वसनीयता पर सवाल उठाया है। मीडिया चैनल को दिए एक इंटरव्यू में शाह ने कहा है कि उनको हमारा साथ छोड़ने के बाद ये सारे ख्याल क्यों आ रहे हैं।

राजनीति में ऐसा होता रहता है- अमित शाह

बता दें कि जब अमित शाह से इंटरव्यू के दौरान ये पूछा गया कि, जब आप लोग उन्हें गर्वनर बना रहे थे, तब ऐसा नहीं लगा कि गलत आदमी चुन रहे हैं। इस पर शाह ने बताया कि, जब राजनाथ सिंह पार्टी अध्यक्ष थे, तो उनको उपाध्यक्ष बनाया गया था। वो लंबे समय पार्टी में थे, जब मै भी पार्टी अध्यक्ष बना तो वो हमारी टीम में थे। राजनीति में ऐसा होता रहता है, अगर किसी का मन बदल जाए तो क्या किया जा सकता है।

दो फाइल के बदले 300 करोड़ की रिश्वत

गौरतलब है कि एक यूट्यूब चैनल को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने पीएम मोदी पर गंभीर आरोप लगाए और पुलवामा हमले का जिम्मेदार केंद्र सरकार को बताया। इससे पहले अक्टूबर 2021 में उन्होंने दावा किया था कि उनके कार्यकाल के दौरान अंबानी और आरएसएस से जुड़े एक व्यक्ति ने हमसे दो फाइलों को मंजूरी देने की बात कही और उसके बदले में 300 करोड़ की रिश्वत देने के लिए बोला, लेकिन मैंने इसे मना कर दिया।

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