अगरतला। त्रिपुरा में 60 सीटों वाली विधानसभा के लिए मतदान शुरू हो चुका है। राज्य में वोटिंग के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। राज्य में 3337 मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा। त्रिपुरा विधानसभा के चुनाव मैदान में मुख्य रूप से […]
अगरतला। त्रिपुरा में 60 सीटों वाली विधानसभा के लिए मतदान शुरू हो चुका है। राज्य में वोटिंग के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई है। राज्य में 3337 मतदान केंद्रों पर कड़ी सुरक्षा के बीच सुबह सात बजे से शाम चार बजे तक मतदान होगा। त्रिपुरा विधानसभा के चुनाव मैदान में मुख्य रूप से बीजेपी-आईपीएफटी गठबंधन, सीपीएम- कांग्रेस गठबंधन और पूर्वात्तर राज्य के पूर्व शाही परिवार के वंशज द्वारा गठित क्षेत्रीय पार्टी टिपरा मोथा हैं। ऐसे में हम आपको बताने जा रहे हैं त्रिपुरा की पांच हाई प्रोफाइल सीटें जिस पर है सबकी नजर
पश्चिमी त्रिपुरा जिले में पड़ने वाली इस सीट से मुख्यमंत्री डॉ माणिक साहा खुद चुनाव लड़ रहे हैं। डॉ साहा का सीधा मुकाबला कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन के आशीष कुमार साहा से है।
यहां से केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक चुनाव लड़ रही है। प्रतिमा भौमिक त्रिपुरा से पहली महिला हैं, जिन्होंने आजादी के 75 साल के बाद केंद्रीय मंत्री का पद संभाला। प्रतिमा भौमिक भारत सरकार के सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय में राज्य मंत्री हैं। वो त्रिपुरा से पहली केंद्रीय मंत्री और उत्तर पूर्व से दूसरी महिला केंद्रीय मंत्री हैं। प्रतिमा त्रिपुरा पश्चिम से लोकसभा सांसद हैं।
यहां से राज्य के उप-मुख्यमंत्री जिष्णुदेव वर्मा चुनाव लड़ रहे हैं। जिष्णुदेव के खिलाफ कांग्रेस-लेफ्ट गठबंधन ने अशोक देबबर्मा को मैदान में उतारा है। अशोक कांग्रेस के दिग्गज नेता हैं।
उनाकोटी जिले में स्थित इस सीट से इस बार कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष बिरजीत सिन्हा चुनाव लड़ रहे हैं। सिन्हा के खिलाफ भाजपा ने मोहम्मद मोबेशर अली को उतारा है। अली त्रिपुरा में चुनाव लड़ रहे भाजपा के दो मुस्लिम चेहरों में शामिल हैं।
दक्षिण त्रिपुरा की सबरूम विधानसभा सीट से इस बार कम्युनिस्ट पार्टी और कांग्रेस गठबंधन ने जितेंद्र चौधरी को मैदान में उतारा है। जितेंद्र सीपीआईएम के सबसे वरिष्ठ नेता हैं और मुख्यमंत्री पद के सबसे मजबूत दावेदार हैं। जितेंद्र के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने शंकर राय को अपना प्रत्याशी बनाया है।
त्रिपुरा में इस समय भाजपा की सरकार है, भाजपा ने 2018 के पिछले चुनाव में 36 सीटों पर जीत हासिल की थी। पार्टी ने 43.59 फीसदी वोट पाकर सरकार बनाई थी। वहीं सीपीआई (एम) ने 42.22 प्रतिशत वोट शेयर के साथ 16 सीेटें जीती थी। तो आईपीएफटटी ने आठ सीटें और कांग्रेस का खाता तक नहीं खोल पाई थी।
त्रिपुरा में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान शुरू, वोटिंग के लिए लगी लंबी कतारें