चंडीगढ़। कट्टरपंथी खलिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को कुछ लोग “भिंडरावाले 2.0” की तरह देख रहे हैं। दरअसल अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा गांव में रहने वाला अमृतपाल मारे गए आंतकी भिंडरावाले की ही तरह हथियार से लैस लोगों के साथ चलता है। कुछ समय से पंजाब में काफी सक्रीय अमृतपाल सिंह पिछले कुछ समय से पंजाब […]
चंडीगढ़। कट्टरपंथी खलिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह को कुछ लोग “भिंडरावाले 2.0” की तरह देख रहे हैं। दरअसल अमृतसर के जल्लूपुर खेड़ा गांव में रहने वाला अमृतपाल मारे गए आंतकी भिंडरावाले की ही तरह हथियार से लैस लोगों के साथ चलता है।
अमृतपाल सिंह पिछले कुछ समय से पंजाब में काफी सक्रिय हुआ है। ये अक्सर सफेद चोला और गहरे नीले रंग की पगड़ी पहने हुए नजर आता है और अपने हथियारबंद समर्थकों के साथ घूमता है।
गुरूवार को कट्टरपंथी उपदेशक अमृतपाल सिंह ने अपने समर्थकों के साथ हथियार लहराते हुए एक थाने पर धावा बोल दिया। दरअसल इन लोगों ने अमृतसर शहर के बाहरी इलाके अजनाला के एक थाने से अपने एक साथी लवप्रीत सिंह को छुड़ाने के लिए धावा बोल दिए। अमृतपाल सिंह और उसके समर्थकों ने लवप्रीत सिंह उर्फ तूफान के रिहाई को लेकर पुलिस से झड़प भी की। इस दौरान कई पुलिसवाले जख्मी भी हुए।
इससे पहले अमृतपाल सिंह पर रूपनगर जिले के चमकौर साहिब के रहने वाले बरिंदर सिंह को कथित रूप से अगवा किया गया था। इसके बाद अगवा करने और उसकी पिटाई करने के आरोप में इसके और इसके कुछ समर्थकों के खिलाफ केस दर्ज किया गया था।
अमृतपाल सिंह दुबई में रह चुका है। इसको कुछ समय पहले ही अभिनेता और कार्यकर्ता दीप सिद्धू द्वारा स्थापित संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ का प्रमुख नियुक्त किया गया था। दीप सिद्धू की फरवरी 2022 में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी। वहीं अमृतपाल सिंह को इस संगठन का प्रमुख बनाने का कार्यक्रम मारे गए पूर्व आंतकी भिंडरावाले के पैतृक गांव में आयोजित हुआ था।
बता दें कि भिंडरावाले के अनुयायी इस बात का दावा करते हैं कि पिछले कुछ हफ्तों में अमृतपाल सिंह ने कई विवादित भाषण दिए हैं। वहीं अमृतपाल के समर्थक उसको “भिंडरावाले 2.0” कहते हैं।
गौरतलब है कि कट्टरपंथी अमृतपाल सिंह ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को कथित तौर पर धमकी दी थी। उसने कहा था कि अमित शाह का हश्र पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की तरह होगा।