लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा (एटीआरई) के तहत 69 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की चयन सूची को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया है और नई सूची तैयार करने का आदेश दिया है। इस पर अब सियासत तेज हो गई है। अब डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने प्रतिक्रिया दी है। पिछड़े […]
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा (एटीआरई) के तहत 69 हजार शिक्षकों की नियुक्ति की चयन सूची को इलाहाबाद हाईकोर्ट ने रद्द कर दिया है और नई सूची तैयार करने का आदेश दिया है। इस पर अब सियासत तेज हो गई है। अब डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने प्रतिक्रिया दी है।
डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर पोस्ट कर कहा कि इलाहाबाद हाईकोर्ट का फैसला सामाजिक न्याय की दिशा में एक स्वागत योग्य कदम है। यह उन पिछड़े और दलित वर्ग के लोगों की जीत है जिन्होंने अपने हक के लिए लंबी लड़ाई लड़ी। मैं उनका तहे दिल से स्वागत करता हूं।
शिक्षकों की भर्ती में इलाहाबाद हाईकोर्ट का फ़ैसला सामाजिक न्याय की दिशा में स्वागत योग्य कदम है। यह उन पिछड़ा व दलित वर्ग के पात्रों की जीत है जिन्होंने अपने अधिकार के लिए लंबा संघर्ष किया। उनका मैं तहेदिल से स्वागत करता हूं।
— Keshav Prasad Maurya (@kpmaurya1) August 17, 2024
क्या है मामला
दरअसल, इलाहाबाद हाईकोर्ट की लखनऊ बेंच ने सहायक अध्यापक भर्ती परीक्षा (एटीआरई) के तहत 69 हजार शिक्षकों की नियुक्ति के लिए जून 2020 में जारी चयन सूची और पांच जनवरी 2022 की 6800 अभ्यर्थियों की चयन सूची को रद्द कर नई सूची तैयार करने का आदेश दिया है।