पटना। जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने रविवार को पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया। उनकी जगह पर राजीव रंजन प्रसाद नए प्रवक्ता बनाये गए। रविवार को जदयू ने अपने बयान में कहा कि निजी कारणों से केसी त्यागी ने यह पद छोड़ा है। हालांकि सियासी गलियारों में इस बात की […]
पटना। जदयू के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने रविवार को पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया। उनकी जगह पर राजीव रंजन प्रसाद नए प्रवक्ता बनाये गए। रविवार को जदयू ने अपने बयान में कहा कि निजी कारणों से केसी त्यागी ने यह पद छोड़ा है। हालांकि सियासी गलियारों में इस बात की चर्चा है कि पार्टी उनकी लगातार बयानबाजी से खुश नहीं थी। यह एनडीए के लिया असहज बनता जा रहा था। जदयू में दिल्ली और पटना की राजनीति में त्यागी अनफिट हो रहे थे।
कहा जा रहा है कि केसी त्यागी द्वारा दिल्ली में बैठकर हर मुद्दे पर अपनी राय देना उन पर भारी पड़ गया। हर मुद्दे पर वो मीडिया में जाकर बेबाकी से अपनी राय रख रहे थे। उनके बयानों से ऐसा लगने लगा था कि NDA के अंदर जदयू का अपना अलग मत है। सूत्रों की माने तो जब NDA में मतभेदों की खबर बढ़ने लगी तो बीजेपी ने इसे दबाने के लिए जदयू से बात की। बीजेपी ने पार्टी के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह और राज्यसभा सांसद संजय झा से कोऑर्डिनेशन बनाए रखने को कहा। इसके बाद ललन सिंह और संजय झा ने केसी त्यागी से मुलाकात कर उन्हें त्याग पत्र देने को कहा।
हालांकि पार्टी ने अपने आधिकारिक बयान में कहा है कि त्यागी ने निजी कारणों से जिम्मेदारी छोड़ी है। मालूम हो कि केसी त्यागी ने कई मुद्दों पर पार्टी लाइन से हटकर बयान दिए। इसके लिए न उन्होंने पार्टी हाईकमान से बात की और न उनसे राय मांगी। विदेश नीति, संघ लोक सेवा आयोग में लेटरल एंट्री हो या एससी-एसटी आरक्षण पर SC का फैसला। त्यागी ने हर मुद्दे पर अपने निजी विचारों को पार्टी का बयान बताकर पेश किया।
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