26 जनवरी से उत्तर प्रदेश के कासगंज में फैली सांप्रदायिक हिंसा पर बरेली के जिलाधिकारी राघवेंद्र विक्रम सिंह ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा और वह विवादों में घिर गए. सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ ने डीएम को तलब किया. उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने डीएम के खिलाफ कार्रवाई की बात कही. बीजेपी नेता विनय कटियार ने डीएम की मानसिक स्थिति बिगड़ने की बात कहते हुए इलाज कराने की बात कही. विवाद बढ़ता देख डीएम ने मंगलवार को विवादित पोस्ट पर माफी मांगते हुए कहा, 'मेरी पिछली पोस्ट से किसी को दुख पहुंचा हो तो मैं माफी मांगता हूं. हम सबका DNA एक है.'
बरेलीः उत्तर प्रदेश के कासगंज में फैली हिंसा को लेकर बरेली के जिलाधिकारी राघवेंद्र विक्रम सिंह ने फेसबुक पर एक पोस्ट क्या लिखा, वह विवादों की परिधि में आ गए. राज्य सरकार ने सख्ती दिखाते हुए डीएम सिंह पर कार्रवाई की बात कही तो बैकफुट पर आते हुए डीएम ने अपनी सफाई पेश करते हुए मंगलवार दोपहर एक पोस्ट लिखा और पिछले पोस्ट के लिए माफी मांगी. डीएम सिंह ने कहा कि उनकी पिछली पोस्ट कासगंज हिंसा को लेकर नहीं बल्कि बरेली में कांवड़ यात्रा के दौरान देखी गई लॉ एंड ऑर्डर की दिक्कत को लेकर था. अगर उनके पोस्ट से किसी को ठेस पहुंची है तो वह माफी मांगते हैं.
बरेली के डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह ने फेसबुक पोस्ट में लिखा, ‘हमारी पोस्ट बरेली में कांवर यात्रा के दौरान आई लॉ एंड ऑर्डर की समस्या से सम्बंधित थी. यह चर्चा के लिए उपयुक्त थी लेकिन दुर्भाग्यवश इसे गलत समझा गया. बेहद दुखद. हम आपस में चर्चा इसलिए करते हैं कि हम बेहतर हो सकें. ऐसा लगता है कि इस से बहुत से लोगों को आपत्ति भी है और तकलीफ भी. हमारी मंशा कोई कष्ट देने की नही थी. सांप्रदायिक माहौल सुधारना प्रशासनिक एवं नैतिक जिम्मेदारी है हम लोगों की. हमारे मुस्लिम हमारे भाई है. रक्त, DNA एक ही है हमारा. हमें उन्हें वापस लाना नहीं आया. इस पर फिर कभी. एकीकरण व समरसता के भाव को जितनी जल्दी हम समझे उतना बेहतर है देश के लिए हमारे प्रदेश हमारे जनपद के लिए. पाकिस्तान शत्रु है, इसमें कोई सन्देह नहीं. हमारे मुस्लिम हमारे हैं, इसमें भी कोई संदेह नहीं. मैं चाहता हूं यह विवाद खत्म हो. मेरी वजह से पहुंची दुख-तकलीफ के लिए मैं अपने दोस्तों और भाइयों से माफी मांगता हूं.’
बताते चलें कि जिलाधिकारी राघवेंद्र विक्रम सिंह ने 26 जनवरी की घटना के बाद एक पोस्ट किया था, जिसे कासगंज में फैली हिंसा से जोड़ा गया था. उन्होंने 28 जनवरी को फेसबुक पर लिखा, ‘अजब रिवाज बन गया है. मुस्लिम मुहल्लों में जबर्दस्ती जुलूस ले जाओ और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाओ. क्यों भाई वे पाकिस्तानी हैं क्या? यही यहां बरेली में खैलम में हुआ था. फिर पथराव हुआ, मुकदमे लिखे गए.’
सोशल मीडिया पर डीएम की पोस्ट वायरल होने के बाद विवाद बढ़ गया. विवाद बढ़ता देख डीएम सिंह ने अपनी पोस्ट डिलीट कर दी. यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने डीएम को तलब किया तो उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने इस मुद्दे पर कड़ा बयान देते हुए कहा कि फेसबुक पोस्ट को लेकर बरेली के डीएम के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. बीजेपी नेता विनय कटियार ने डीएम सिंह के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कहा कि बरेली के डीएम की मानसिक स्थिति बिगड़ गई है और उन्हें इलाज की जरूरत है. गौरतलब है कि बरेली के डीएम राघवेंद्र विक्रम सिंह पूर्व सैन्य अफसर रह चुके हैं. वह इसी साल 30 अप्रैल को रिटायर होने वाले हैं.