Kartarpur Border Corridor Ceremony: करतारपुर कॉरिडोर का आज उद्धाटन होना है. इस कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए पंजाब सरकार मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान पहुंच गए हैं. इस कार्यक्रम में जाने से विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पंजाब मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह मना कर चुके हैं.
पंजाब. आज पाकिस्तान में करतारपुर कॉरिडोर का उद्धाटन किया जा रहा है. इस कार्यक्रम के लिए पाक प्रधानमंत्री इमरान खान ने भारतीय नेता नवजोत सिंह सिद्धू को निमंत्रण भेजा. कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए नवजोत सिंह सिद्धू लाहौर पहुंच गए हैं. ये दूसरी बार है जब सिद्धू पाकिस्तान गए हैं. इसी साल अगस्त में सिद्धू पाकिस्तान गए थे. इस यात्रा के दौरान उन्होंने पाक सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से की. मुलाकात के दौरान उन्होंने करतारपुर साहिब तक सिख श्रद्धालुओं के बिना वीजा आने के लिए कॉरिडोर बनाने की मांग की थी. आज इस कॉरिडोर का उद्धाटन है जिसके लिए पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने सिद्धु को आमंत्रित किया.
इस कार्यक्रम के लिए भारत के और मंत्री को भी आमंत्रित किया गया था. कार्यक्रम में शामिल होने के लिए भारतीय विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और पंजाब मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने मना कर दिया. लेकिन नवजोत सिंह सिद्धू इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए एक दिन पहले लाहौर पहुंच गए. बता दें की पाक प्रधानमंत्री इमरान खान और पंजाब सरकार मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू कई सालों पहले क्रिकेट खेलने के समय से ही दोस्त हैं. यही कारण है कि नवजोत सिंह सिद्धू को अलग से इस कार्यक्रम के लिए आमंत्रण मिला और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया. वहीं भारत में उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू ने सोमवार को डेरा बाबा नानक-करतारपुर साहिब सड़क गलियारे की आधारशिला भी रखी. यह सड़क गुरदासपुर जिले के मान गांव से पाकिस्तान से लगने वाली अंतरराष्ट्रीय सीमा तक जाएगी.
बता दें कि सिद्धू के इस कार्यक्रम में शामिल होने पर पंजाब मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने उन्हें मना किया था. इस बारे में जानकारी देते हुए अमरिंदर सिंह ने कहा, ‘मैंने सिद्धू को पाक जाने से मना किया था. जब भी कोई मंत्री पाकिस्तान या किसी ओर देश की निजी यात्रा के बारे में बताता है तो मैं उसे जाने से नहीं रोकता. सिद्धू ने पाक जाने की बात बताई तब मैंने मना नहीं किया. ये निजी यात्रा थी कोई आधिकारिक सरकारी यात्रा नहीं. हालांकि रविवार को सिद्धू मध्य प्रदेश में थे तब मैंने उनसे कहा कि मेरा पाक न जाने का फैसला पंजाब के हित में लिया गया है. मैं चाहता हूं कि तुम भी अपने फैसले पर दोबारा सोचो. तब सिद्धू ने बताया कि वो न्यौता स्वीकार कर चुके हैं. इसपर भी मैंने सिद्धू से कहा उन्हें जवाब भेजे कि हमारे मुख्यमंत्री ने एक फैसला किया है जिस कारण मैं भी आने में असमर्थ हूं. इसके जवाब में सिद्धू ने मुझसे कहा कि मैं शाम तक आपको बताता हूं. लेकिन फिर वो नहीं आए.’