नई दिल्ली, 14 जुलाई से सावन का महीना शुरू होने जा रहा है, और सावन के साथ ही कांवड़ यात्रा भी शुरू होने वाली है. दिल्ली पुलिस ने ‘कांवड़ यात्रा’ से पहले सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ामात कर लिए हैं. खास बात ये है कि 2 साल बाद ये कांवड़ यात्रा शुरू होने जा रही है, […]
नई दिल्ली, 14 जुलाई से सावन का महीना शुरू होने जा रहा है, और सावन के साथ ही कांवड़ यात्रा भी शुरू होने वाली है. दिल्ली पुलिस ने ‘कांवड़ यात्रा’ से पहले सुरक्षा के पुख्ता इंतज़ामात कर लिए हैं. खास बात ये है कि 2 साल बाद ये कांवड़ यात्रा शुरू होने जा रही है, कोरोना के चलते दो साल तक कांवड़ यात्रा पर प्रतिबंध था. दिल्ली पुलिस के मुताबिक, 14 जुलाई से 26 जुलाई तक सुरक्षा और यातायात को लेकर ख़ास व्यवस्था की गई है. पुलिस के मुताबिक, तीर्थयात्रियों की आवाजाही 21 जुलाई के बाद और बढ़ने की उम्मीद है.
दिल्ली पुलिस की कांवड़ यात्रा को लेकर सभी तैयारियां पूरी कर हो गई हैं. कांवड़ियों के लिए कुछ खास रूट भी बनाए गए हैं, कांवड़ियों के लिए कुल 338 कैंप लगाए जा रहे हैं. इतना ही नहीं पुलिस ने कांवड़ियों को तय रूट से जाने को ही कहा गया है. कांवड़ यात्रा के दौरान यातायात को सुचारू रूप से जारी रखने और नियमों का पालन कराने के लिए कुल 1,925 पुलिसकर्मियों की तैनाती की गई है, वहीं 56 से अधिक क्रेन और मोटरसाइकिल भी मुख्य सड़कों और हिस्सों पर तैनात रहेंगी, जहां से तीर्थयात्री गुजरते हैं.
पुलिस ने मोटर चालकों और अन्य लोगों से भी यातायात नियमों का पालन करने के लिए कहा है. पुलिस के मुताबिक, कांवड़ियों की यात्रा के दौरान यातायात उल्लंघनों की मौके पर ही फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी कर जांच की जाएगी, जिसके बाद उनके खिलाफ उचित कार्रवाई भी की जाएगी.
हर साल, लाखों भक्त गंगा नदी से पानी लेकर अपने मूल स्थान पर वापस लौटने के लिए कांवड़ यात्रा पर निकलते हैं. पुलिस के मुताबिक, कांवड़ यात्री बड़ी संख्या में दिल्ली पहुंचते हैं और उनमें से कुछ दिल्ली की सीमाओं के रास्ते हरियाणा और राजस्थान जाते हैं. इस साल करीब 15-20 लाख श्रद्धालुओं के दिल्ली आने की उम्मीद है.
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