Advertisement
  • होम
  • राज्य
  • बिकरू में पुलिस की टीम पर हुआ हमला, आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस

बिकरू में पुलिस की टीम पर हुआ हमला, आरोपियों की तलाश में जुटी पुलिस

कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू कांड को भला कौन भूल सकता है। बिकरू कांड की याद आज एक बार फिर लोगों के दिलों में ताजा हो गई है, 2 जुलाई 2020 को आधी रात लगभग 12 बजे बिकरू में कुछ ऐसी घटना घटी जिसकी किसी ने कभी कल्पना तक […]

Advertisement
  • November 21, 2022 3:46 pm Asia/KolkataIST, Updated 2 years ago

कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र के बिकरू कांड को भला कौन भूल सकता है। बिकरू कांड की याद आज एक बार फिर लोगों के दिलों में ताजा हो गई है, 2 जुलाई 2020 को आधी रात लगभग 12 बजे बिकरू में कुछ ऐसी घटना घटी जिसकी किसी ने कभी कल्पना तक नहीं की थी।बिकरू गांव में कुख्यात अपराधी विकास दुबे की गिरफ्तारी के लिए दबिश देने गई पुलिस टीम पर अचानक गोलियां बरसना शुरू हो गई थी। इस घटना में सीओ समेत 8 पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे और लगभग 12 से ज्यादा पुलिसकर्मी घायल हो गए थे, बिकरू शनिवार की देर रात एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। यहां गश्त पर निकले चौकी प्रभारी और ट्रेनी दरोगा पर हुए हमले के मामले में रिपोर्ट दर्ज हुई है। बहरहाल सरकार काम में बाधा डालना और अभद्रता की रिपोर्ट दर्ज की गई है। फ़िलहाल, पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई है.

ये है मामला

बता दें कि शनिवार देर रात चौकी इंचार्ज शैलेन्द्र राघव और ट्रेनी दरोगा अनूप गश्त पर निकले थे। इसी दौरान कंजती गांव के पास देवकली देशी शराब के ठेके पर चार युवक सड़क पर शराब पी रहे थे।तभी दोनों दारोगा ने उन लोगों को खदेड़़ दिया था, इस दौरान लौटते वक्त बिकरू गांव और काशीराम निवादा के बीच चार युवक खड़े़ थे। इन्हें शराब के ठेके से दोनों दरोगाओं ने खदेड़ा था, जब चौकी इंचार्ज शैलेंद्र राघव ट्रेनी दरोगा ने युवको टोका तो युवकों ने कहा हम पुलिस से नही डरते हैं, जो करना हो कर लो इसके बाद युवक हमलावर हो गए। चौकी इंचार्ज शैलेंद्र राघव ने तहरीर दी है कि तकीपुर गांव निवासी कोमल, मंगल, छोटे अविरल ने पुलिस के साथ अभद्रता करते हुए अभद्र भाषा का प्रयोग किया है। साथ ही सरकारी कार्य में बाधा डाला। रिपोर्ट दर्ज कर चौबेपुर थाने की पुलिस आरोपियों की तलाश में दबिश दे रही है।

पुलिस टीम पर कुख्यात अपराधी विकास दुबे ने अपने गुर्गों के साथ मिलकर ताबतोड़़ गोलियों से हमला कर दिया था। इस घटना के बाद एक्शन में आई पुलिस ने 3 जुलाई 2020 की सुबह से ठोकने (एनकाउंटर) की शुरुआत कर दी थी। घटना के बाद कुल छह एनकाउंटर हुए। पुलिस ने आरोपियों को पकड़़ने के लिए दबिश देनी शुरू की। नौ दिनों तक ताबतोड़़ एनकाउंटर के बाद बिकरु कांड का मुख्य कुख्यात अपराधी विकास दुबे हाथ लगा। मध्य प्रदेश पुलिस ने कुख्यात अपराधी विकास दुबे को उज्जैन से गिरफ्तार कर लिया था। यूपी पुलिस कानपुर लेकर आ रही थी भौति के पास एनकाउंटर में विकास दुबे मारा गया था।

 

कर्नाटक: DGP का बड़ा खुलासा- ‘मंगलुरू ऑटो रिक्शा ब्लास्ट के पीछे आतंकियों का हाथ’

Delhi MCD Election 2022: सिसोदिया ने भाजपा पर बोला हमला, कहा- ‘BJP का पार्षद आया तो वह सिर्फ केजरीवाल को गाली देगा’

Advertisement