उज्जैन: रविवार दोपहर मध्य प्रदेश के मौसम में अचानक बदलाव देखा गया. राज्य के कई शहरों में गरज-चमक के साथ आंधी-बारिश हुई. इस दौरान सैंकड़ों पेड़ों को क्षति पहुंची और आर्थिक रूप से भी काफी नुकसान हुआ. लेकिन उज्जैन महाकाल मंदिर परिसर में दृश्य बेहद भयानक रहा जहां मौसम में आए अचानक बदलाव के कारण […]
उज्जैन: रविवार दोपहर मध्य प्रदेश के मौसम में अचानक बदलाव देखा गया. राज्य के कई शहरों में गरज-चमक के साथ आंधी-बारिश हुई. इस दौरान सैंकड़ों पेड़ों को क्षति पहुंची और आर्थिक रूप से भी काफी नुकसान हुआ. लेकिन उज्जैन महाकाल मंदिर परिसर में दृश्य बेहद भयानक रहा जहां मौसम में आए अचानक बदलाव के कारण सप्तऋषि की सात में से छह मूर्तियां क्षतिग्रस्त हो गईं. 9 से 25 फीट ऊंची प्रतिमाओं को काफी नुकसान पहुंचा जिनमें से कई जमीन पर गिरी दिखाई दीं.
मध्य प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जब उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर का भव्य निर्माण करने का संकल्प लिया था तब इस बात की कल्पना नहीं की थी कि बाद की सरकार महाकाल लोक के निर्माण में भी गंभीर अनियमितता करेगी।
आज जिस तरह से महाकाल लोक परिसर में आंधी चलने से देव प्रतिमाएं जमीन…— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) May 28, 2023
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने श्री महाकाल महालोक का निर्माण 800 करोड़ रुपये की लागत से करवाया था. इस महालोक लोकार्पण 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने किया था. परिसर को आंधी बारिश के बाद क्षति पहुंचने के बाद पूर्व सीएम और कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ ने ट्वीट कर प्रदेश सरकार को घेरा है. उन्होंने ट्वीट में लिखा, मध्य प्रदेश की तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने जब उज्जैन में महाकाल मंदिर परिसर का भव्य निर्माण करने का संकल्प लिया था तब इस बात की कल्पना नहीं की थी कि बाद की सरकार महाकाल लोक के निर्माण में भी गंभीर अनियमितता करेगी।
अपने इस ट्वीट में कमलनाथ आगे लिखते हैं, आज जिस तरह से महाकाल लोक परिसर में आंधी चलने से देव प्रतिमाएं जमीन पर गिर गईं, वह दृश्य किसी भी धार्मिक व्यक्ति के लिए अत्यंत करुण दृश्य है। मैं मुख्यमंत्री से मांग करता हूं कि महाकाल लोक में जो प्रतिमाएं गिरी हैं, वहां नई प्रतिमाएं तुरंत स्थापित की जाएं और घटिया निर्माण करने वालों को जांच कर दंडित किया जाए।
बताया जा रहा है कि महाकाल मंदिर के पास ही एक बड़ा बरगद का पेड़ था जिसके गिरने से दो मकान भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं. दो घंटों बाद भी राहत बचाव दल मौके पर नहीं पहुंचा है. जहां महाकाल मंदिर के अलावा भी शहर में कई स्थानों पर पेड़ गिरने की घटना सामने आई है. रविवार की सुबह भी सांदीपनि आश्रम के सामने पेड़ गिरने के कारण एक गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गई थी. अंचल के नागदा आदि क्षेत्रों में भी आंधी की वजह से काफी नुकसान होने की खबर सामने आई है.