मुंबई, डायरेक्टर लीना मणिमेकलई की फिल्म काली के पोस्टर पर देशभर में विवाद हो रहा है. दरअसल, इस पोस्टर में मां काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है, जिसकी वजह से ये विवाद हो रहा है. कुछ समय पहले टीएमसी सांसद ने इस विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी, लेकिन अब मोइत्रा खुद ही […]
मुंबई, डायरेक्टर लीना मणिमेकलई की फिल्म काली के पोस्टर पर देशभर में विवाद हो रहा है. दरअसल, इस पोस्टर में मां काली को सिगरेट पीते हुए दिखाया गया है, जिसकी वजह से ये विवाद हो रहा है. कुछ समय पहले टीएमसी सांसद ने इस विवाद पर अपनी प्रतिक्रिया दी थी, लेकिन अब मोइत्रा खुद ही अपने बयान से पलट गई हैं. उन्होंने ट्वीट कर कहा कि उनके दिए गए बयान तोड़-मरोड़कर पेश किया जा रहा है.
To all you sanghis- lying will NOT make you better hindus.
I NEVER backed any film or poster or mentioned the word smoking.Suggest you visit my Maa Kali in Tarapith to see what food & drink is offered as bhog.
Joy Ma Tara— Mahua Moitra (@MahuaMoitra) July 5, 2022
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने ट्वीट कर लिखा, “झूठ बोलना आपको बेहतर नहीं बनाता. मैंने किसी पोस्टर का समर्थन नहीं किया, मैंने स्मोकिंग शब्द का इस्तेमाल तक नहीं किया, मैंने बस तारापीठ जाने की सलाह दी थी.”
टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा ने इस विवाद पर कहा था कि, ‘काली के कई रूप हैं, मेरे लिए काली का मतलब मांस प्रेमी और शराब स्वीकार करने वाली देवी है, सबकी अलग-अलग राय होती है और मुझे इसे लेकर कोई परेशानी नहीं है. ये आप पर निर्भर करता है कि आप अपने भगवान को कैसे देखते हैं. अगर आप भूटान और सिक्किम जाएंगे तो वहां सुबह पूजा में भगवान को व्हिस्की चढ़ाई जाती है, लेकिन यही आप उत्तर प्रदेश में किसी को प्रसाद में दे दो तो उसकी धार्मिक भावना आहत हो जाएगी.
देवी काली के कई रूप हैं, अगर आप तारापीठ जाएंगे तो वहां मंदिर के बाहर ही साधु सिगरेट पीते हुए दिखेंगे, और लोग ऐसे ही काली की पूजा भी करते हैं. हिंदू होते हुए भी मुझे मेरी काली को मेरे हिसाब से देखने की आजादी है और लोगों को भी अपने ईश्वर को अपने हिसाब से पूजने की आज़ादी होनी चाहिए. मुझे काली के इस रूप से कोई परेशानी नहीं है, माँ के कई रूप हैं और ये भी उनके ही रूपों में से एक है.’