मुंबई : मालेगांव ब्लास्ट मामले की सुनवाई कर रही अदालत को धमकी मिली है। यह धमकी मुंबई की विशेष एनआईए अदालत और उसके जज को मिली है। एक अधिकारी ने बताया कि फोन करने वाले ने मामले की सुनवाई कर रहे जज को जान से मारने की धमकी दी है।
आपको बता दें कि यह कॉल दिवाली की छुट्टी के दौरान सेशन कोर्ट के रजिस्ट्रार ऑफिस में आई थी, जिसके बाद कोलाबा पुलिस मामले की जांच कर रही है। इस मामले की जांच एनआईए भी कर रही है। हालांकि, अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि धमकी किसने दी है।
29 सितंबर 2008 को मालेगांव में मोटरसाइकिल पर रखे बम में विस्फोट हुआ था। इस घटना में छह लोगों की मौत हो गई थी और 100 लोग घायल हुए थे। इस घटना को 16 साल हो चुके हैं लेकिन अभी तक इस मामले की गुत्थी सुलझ नहीं पाई है।
इस मामले में अब तक कई दौर की सुनवाई हो चुकी है। अक्टूबर महीने में मामले की आरोपी प्रज्ञा ठाकुर ने दावा किया था कि इसमें प्रतिबंधित संगठन सिमी का हाथ हो सकता है। सुनवाई के दौरान प्रज्ञा ठाकुर के वकील ने कोर्ट में कहा था कि विस्फोट के बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को मौके पर जाने से रोक दिया था। संभव है कि वे सिमी सदस्यों को बचाने की कोशिश कर रहे हों। वकील ने कहा था कि जब भी ऐसी घटना होती है तो स्थानीय लोग पुलिस की मदद करते हैं लेकिन इस मामले में स्थानीय लोगों ने पुलिस पर पथराव किया।
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