गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के स्वास्थ के बारे में झूठी खबर बनाने वाले पत्रकार को सोमवार को गोवा के विधानसभा परिसर में जाने से रोक दिया गया हालांकि पत्रकार हरीश वोल्वोइकर ने खबर को जल्द ही वापस ले लिया था.
पणजी. हाल ही में गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के खराब स्वास्थ के बारे में खबर बनाने वाले पत्रकार को सोमवार को विधानसभा परिसर में जाने से रोक दिया गया हालांकि उन्होंने खबर को जल्द ही वापस ले लिया था. गोवाजंक्शन डॉट कॉम के हरीश वोल्वोइकर को सुरक्षाकर्मियों ने गोवा विधानसभा के बजट सत्र के पहले दिन विधानसभा भवन परिसर में जाने से रोक दिया. हरीश वोल्वोइकर ने बताया कि ‘मुझे मनमाने ढंग से परिसर में प्रवेश करने से रोक दिया गया. मेरे पास विधानसभा परिसर में प्रवेश के लिए जरूरी पास है और यहां मैं पिछले कुछ वर्षो से आता रहा हूं.’
बता दें कि बीते शनिवार को गोवाजंक्शन डॉट कॉम ने पर्रिकर के गिरते स्वास्थ्य के बारे में खबर दी थी और बाद में इसे वापस ले लिया था. इस मामले को लेकर वोल्वोइकर की गोवा के विधानसभा अध्यक्ष प्रमोद सावंत के ओएसडी आत्माराम बार्वे के साथ बहस भी हुई है. इसके अलावा आत्माराम बार्वे ने वोल्वोइकर को रोके जाने की बात को कबूल किया और कहा कि हम विधानसभाध्यक्ष से बात करेंगे. सबसे पहले जब बार्वे से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, ‘वह कौन है?’ बता दें कि पर्रिकर को बुधवार को पेट में दर्द उठा और उन्हें मुंबई के लीलावती अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इसके बाद गोवाजंक्शन डॉट कॉम के जरिए उन्हें कैंसर की बीमारी होने की खबरों ने जोर पकड़ा था. गौरतलब है कि पहले भी किसी नेता से जुड़ी खबरों में चूक या फिर मानहानि जैसे मसले के बाद पत्रकारों को इस तरह का खामियाजा उठाना पड़ा है.
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