रांची: झारखंड में बढ़ती गर्मी के चलते लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। लोग घरों से निकलने में भी डर रहे हैं। कई जिलों में तो पारा इतना चढ़ गया है कि लोग लू से मर रहे हैं। झारखंड में आज पारा 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, गढ़वा जिले में पारा 45 […]
रांची: झारखंड में बढ़ती गर्मी के चलते लोगों का जीना मुश्किल हो गया है। लोग घरों से निकलने में भी डर रहे हैं। कई जिलों में तो पारा इतना चढ़ गया है कि लोग लू से मर रहे हैं। झारखंड में आज पारा 39 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, गढ़वा जिले में पारा 45 डिग्री पहुंचने के बाद इसका असर दिखना शुरू हो गया है। कहीं गर्मी से मौत तो कहीं स्कूल में पढ़ते समय छात्राएं बेहोश हो जाती हैं तो कहीं पानी की समस्या से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। इस भीषण गर्मी से हर तरफ लोग बेहाल हैं।
झारखंड का गढ़वा जिला इन दिनों सूरज की तपिश से झुलस रहा है। पारा 45 डिग्री पार कर चुका है। लोगों के जीवन पर इसका काफी असर पड़ रहा है। इसके साथ ही पशु-पक्षी भी गर्मी के सितम से झुलस रहे हैं। गढ़वा जिले में दो ऐसी घटनाएं हुईं जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। पहली घटना कांडी प्रखंड के हरिहरपुर की है। बताया जा रहा है कि अशेश्वर सिंह, हरिहरपुर हाई स्कूल में सहायक शिक्षक, जहां वे पढ़ाते थे। अचानक लू लगने से उनकी मौत हो गई। जिसके बाद परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है। इस घटना के बाद से ही स्कूल महकमे में शोक की लहर है।
दूसरी घटना खरौंधी इलाके की है। जहां दो छात्राएं चौरिया राजकीय सुधार माध्यमिक विद्यालय में पढ़ाई के दौरान भीषण गर्मी में बेहोश हो गयी। जिसमें कंचन कुमारी व दूसरी छात्रा का नाम पूजा कुमारी बताया जा रहा है। दोनों छात्राएं कक्षा सात में पढ़ती हैं। घटना के बाद स्कूल में अफरातफरी मच गई। आनन फानन में परिजनों को बुलाकर दोनों छात्रों को उनके हवाले कर दिया। जिसके बाद परिजन दोनों का इलाज करा रहे हैं।
वहीं, जिला मुख्यालय में पानी की किल्लत ने आम लोगों को परेशान कर रखा है। एक तरफ भीषण गर्मी तो दूसरी तरफ पानी की किल्लत, पानी भरने के लिए लोग रात-रात भर जागते हैं और दिन में सोते हैं। स्थानीय लोगों ने कहा कि पानी की किल्लत है, अधिकारी आकर पाइप से पानी देने को कहते हैं, लेकिन फिर खुद ही भूल जाते हैं। आखिर ऐसी स्थिति में हम क्या करें, कहां जाएं? ऐसे में प्रशासन को इसका हल निकालने की सख्त जरूरत है।